कोटला मैदान: धड़ाधड़ इस्तीफ़े, सवालों में जेटली
२७ दिसम्बर २००९रविवार को चौथाई से कम खेले जाने के बाद मैच रद्द होने के बाद दिल्ली ज़िला क्रिकेट एसोसिएशन डीडीसीए की बैठक हुई. इसके बाद कमेटी के अध्यक्ष चेतन चौहान, संयोजक सुनील देव और क्यूरेटर विजय बहादुर मिश्रा सहित सभी सदस्यों ने इस्तीफ़ा दे दिया.
डीडीसीए के सचिव एसपी बंसल ने एक बयान जारी कर कहा कि इन सदस्यों ने नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई ने भी अपनी पिच और ग्राउंड कमेटी को फ़ौरन बर्ख़ास्त कर दिया है.
दिल्ली में 23 ओवर के खेल के बाद श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा ने ख़तरनाक ग्राउंड पर आगे खेलने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद मैच रद्द हो गया. उस वक्त श्रीलंका ने पांच विकेट खोकर 85 रन बनाए थे. डीडीसीए के उपाध्यक्ष चेतन चौहान सहित कई पदाधिकारियों ने कहा कि मैच दूसरे विकेट पर पूरा किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया.
इस बीच कोटला ग्राउंड से उठे तूफ़ान ने राजनीतिक रूप भी ले लिया है और कांग्रेस ने आगे बढ़ कर डीडीसीए के अध्यक्ष और बीजेपी नेता अरुण जेटली से इस्तीफ़े की मांग कर दी है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने एक बयान जारी कर कहा, "डीडीसीए एक ख़तरनाक और ख़राब पिच के लिए ज़िम्मेदार है. अध्यक्ष अरुण जेटली को फ़ौरन इस्तीफ़ा दे देना चाहिए और देश के क्रिकेट प्रेमियों से माफ़ी मांगनी चाहिए." अग्रवाल ने कहा कि इस मैच के रद्द होने से राष्ट्र की छवि ख़राब हुई है और दर्शकों के गाढ़े पसीने की कमाई बर्बाद हुई है.
इस बीच, डीडीसीए मामले की जांच के लिए दो सदस्यों वाली कमेटी बना रहा है, जो ग्राउंड के ख़तरनाक होने के मामले की छानबीन करेगी. एसोसिएशन में सरकार के नुमाइंदे विभाकर शास्त्री ने बताया कि उन्होंने सचिव एसपी बंसल से बात की है और उन्हें इस बात का भरोसा दिया गया है कि मामले की जांच के लिए कमेटी बनेगी. शास्त्री ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह घटना दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन और दिल्ली के लिए बेहद शर्मनाक घटना रही.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एस जोशी