क्लार्क निराश, कहां गया ऑस्ट्रेलिया का दम
४ नवम्बर २०१०मेलबर्न में बुधवार को खेले गए पहले वनडे मैच में मेहमान टीम के आठ विकेट 107 रन पर ही गिर गए थे और शायद ही किसी ने उम्मीद की होगी कि यह टीम 239 के लक्ष्य को छू लेगी. लेकिन नौवें विकेट के लिए अंगेलो मैथ्यूज और लसिथ मलिंगा के बीच 132 रन की रिकॉर्ड साझेदारी ने मैच का रुख ही बदल दिया और 34 गेंद बाकी रहते ही श्रीलंका को एक विकेट से जीत दिला दी. इस रिकॉर्ड साझेदारी से वनडे क्रिकेट में 27 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा है.
रिकी पोंटिंग की जगह टीम की कमान संभाल रहे क्लार्क विरोधी टीम को बांध पाने में अपनी टीम की लगातार नाकामी से परेशान हैं. जुलाई से यह ऑस्ट्रेलियाई टीम की लगातार छठी हार है. विश्व विजेता टीम को 25 नवंबर को ब्रिसबेन में इंग्लैंड के खिलाफ प्रतिष्ठित एशेज सीरीज के पहले टेस्ट में उतरने से पहले श्रीलंका के खिलाफ अभी दो वनडे मैच और खेलने हैं.
क्लार्क ने कहा, "मैं बेहद निराश हूं कि जीत के इतना करीब पहुंच कर भी हम जीत नहीं पाए. क्रिकेट के तीनों फॉर्मेंटों में हमारे साथ ऐसा हो रहा है. मैथ्यूज बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन मलिंगा दसवें नंबर पर खेलते हैं. अच्छे दस नंबरी, लेकिन हैं तो नंबर 10 के बल्लेबाज ही. अगर हमारी योजना इतनी अच्छी थी कि हमने टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को आउट कर दिया तो फिर हम पुछल्ले बल्लेबाजों को क्यों नहीं रोक पाए. और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, इसलिए हमें इस बारे में गंभीरता से सोचना होगा."
क्लार्क ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप के मद्देनजर वनडे क्रिकेट में अपनी फॉर्म को सुधारना ही होगा. भारतीय उपमहाद्वीप में होने वाले क्रिकेट वर्ल्ड कप के बारे में क्लार्क का कहना है, "एशेज के बाद हमारे सामने वर्ल्ड कप है, इसलिए अब हमें अपना बेहतरीन क्रिकेट खेलना होगा. एशेज बहुत बड़ी सीरीज है और हर किसी को इसका इंतजार है लेकिन हमें अपने सामने मौजूद चुनौती का सामना करना होगा. हम अपना बेहतरीन क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं और हमें यह खेलना होगा."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी