क्लिंटन के भारत दौरे पर मुंबई धमाकों का साया
१८ जुलाई २०११दो दिन के आधिकारिक दौरे के दौरान हिलेरी क्लिंटन विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से बातचीत करने के अलावा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिव शंकर मेनन से मिलेंगी. इसके साथ ही उनकी यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी और कुछ दूसरे राजनेताओं से भी मुलाकात होगी. अमेरिकी विदेश मंत्री बुधवार को चेन्नई जाएंगी जहां उनकी अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात होने की संभावना है.
दक्षिण एशिया के हालात और नागरिक क्षेत्र में परमाणु सहयोग के अलावा दोनें देशों के बीच रणनीतिक सहयोग पर भी बात होगी. मुमकिन है कि इस दौरान भारत अमेरिकी वीजा के नियमों पर भी अपनी बात रखेगा. अमेरिकी वीजा के सख्त नियमों का असर भारत के आईटी पेशेवरों पर पड़ रहा है. दोनों देशों के बीच बातचीत पांच आधारों पर टिकी है जिनमें रक्षा, आतंकवाद विरोध, ऊर्जा और कारोबार के मामले में रणनीतिक सहयोग शामिल है. इन सबके साथ ही मुंबई में हुए ताजा बम धमाकों के बाद की स्थिति पर भी चर्चा होगी. 26 नवंबर 2008 के धमाकों के बाद से ही दोनों देशों के बीच आतंकवाद के मामलों की जांच में सहयोग बढ़ा है. दोनों देश एक दूसरे के साथ खुफिया जानकारियों की लेन देन और आतंकवादी कार्रवाईयों की जांच में सहयोग कर रहे हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारतीय विदेश मंत्री के साथ मिल कर 2009 में भारत अमेरिका रणनीतिक सहयोग वार्ता 2009 में शुरू की. जो दोनों देशों की सरकारों के बीच रणनीतिक सहयोग के लिए जमीन और दिशा तैयार कर रही है. इस क्रम में पहली बातचीत पिछले साल वॉशिंगटन में हुई थी. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस बातचीत के जरिए दोनों देशों को आपसी रिश्तों और सहयोग में हुई प्रगति का लेखा जोखा रखने का मौका मिलता है. इसके साथ ही वैश्विक और क्षेत्रीय हित के मुद्दों पर एक दूसरे की राय जानने दोनों देशों की सरकारों के बीच प्राथमिकता वाले मामलों में सहयोग के लिए रोडमैप तैयार करने में मदद मिलती है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः आभा एम