क्लिंटन ने गद्दाफी से हटने की मांग की
२ जुलाई २०११क्लिंटन औपचारिक तौर पर स्पेन के दौरे पर हैं. उन्होंने लीबियाई नेता से मांग की कि वह लोकतंत्र पर ज्यादा ध्यान दें और धमकियां देने से बचें. उन्होंने कहा, "धमकियां देने के बजाय गद्दाफी को अपने लोगों के कल्याण और उनकी जरूरतों को प्राथमिकता देनी चाहिए और लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए उन्हें सत्ता से हट जाना चाहिए." क्लिंटन ने स्पेन के विदेश मंत्री त्रिनिदाद खिमेनेज के साथ साझा संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही.
शुक्रवार को गद्दाफी के बयान को लेकर क्लिंटन से प्रतिक्रिया मांगी गई थी. गद्दाफी ने कहा था, "लीबिया के लोगों में इतनी क्षमता है कि वह एक दिन इस युद्ध को भूमध्यसागर और यूरोप तक ले जाएं....वे आपके घरों, दफ्तरों पर हमला कर सकते हैं, आपके परिवार उनकी सेना का निशाना बन सकते हैं क्योंकि आपने हमारे दफ्तरों, ङरों, मुख्यालयों और बच्चों को अपने हमले का निशाना बनाया है...अगर हम ऐसा करने का फैसला कर लें, तो हम यूरोप पर टिड्डियों और मधुमक्खियों के झुंड की तरह धावा बोल सकते हैं."
उधर स्पेन के विदेश मंत्री ने कहा कि लीबिया पर सेना भेजने वाला अंतरराष्ट्रीय गठबंधन गद्दाफी पर दबाव बनाए रखेगा. उन्होंने कहा कि गद्दाफी की धमकियों के खिलाफ लीबियाई लोगों को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है और लीबिया में शांति स्थापित होने तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय हार नहीं मानेगा. गद्दाफी और उनके बेटे की गिरफ्तारी के लिए अंतरराष्ट्रीय वारंट जारी कर दिए गए हैं. उन पर मानवाधिकार हनन और युद्ध अपराधों का आरोप लगा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः एस गौड़