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खत्म हो रहे हैं हंसने वाले कीड़े

८ जून २०११

फिलिपीन्स और उसके इर्दगिर्द समुद्र में अमेरिकी और फिलिपीनी वैज्ञानिकों को अनेक नई प्रजातियों का पता चला है, जिनमें एक "हंसने वाला कीड़ा" भी शामिल है.

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तस्वीर: DW

कैलिफोर्निया के अकादमी ऑफ साइंसेज और स्थानीय संस्थाओं के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस क्षेत्र की जैव विविधता को गंभीर खतरा है. कैलिफोर्निया के वैज्ञानिक रिचर्ड मूई ने सूचित किया कि यहां उन्हें बहुत सारी समुद्री प्रजातियां मिली हैं जिनमें से अनेक के बारे में पहले पता नहीं था. उन्होंने कहा, "हमें कम से कम 75 नई प्रजातियां मिली हैं, हो सकता है कि उनकी संख्या और अधिक हो. अभी काफी परीक्षण बाकी हैं." उनके साथी वैज्ञानिक जॉन मैककॉस्कर का कहना था कि उन्हें कई छोटी "कैट शार्क" मिली हैं, जिनकी पीठ भूरी है और पेट का रंग सफेद है. उन्होंने कहा कि ऐसी शार्क पहले नहीं देखी गई थी. मूई ने कहा कि सिर्फ स्टारफिश और जलसाही की ही 20 नई प्रजातियों का पता चला है.

नई खोज के बारे में जानकारी देते हुए फिलिपीन्स के विश्वविद्यालय के नेशनल हिस्ट्री म्यूजियम के निदेशक इरेनेओ लिट ने कहा कि उन्हें सिकाडा या चिश्चिर की एक नई प्रजाति मिली है, जिसकी आवाज चीरने वाली हंसी की तरह है. उन्होंने कहा, "स्थानीय लोग इनसे डरते थे. उनका मानना था कि यह हसंने वाले दैवी बौनों की हंसी है." यह कीड़ा लुजोन द्वीप की माउंट बानाहॉ ज्वालामुखी के पास मिला है. लिट ने कहा कि वे पेरिस म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री से पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह एक नई प्रजाति है या नहीं. इसी प्रकार अमेरिका के मकड़ी विशेषज्ञ चार्ल्स ग्रिसवोल्ड का कहना था कि उन्हें मकड़ी की तीन प्रजातियों का पता चला है, जो हो सकत है कि नई हैं. रिचर्ड मूई ने कहा कि ये नई प्रजातियां हैं या नहीं, यह जानने में कई महीने लग जाएंगे.

इस बीच यह डर भी बढ़ता जा रहा है कि इनमें से कुछ प्रजातियां जल्द ही खत्म हो सकती हैं. फिलिपीन्स मेरिन साइंस इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर एडगार्डो गोमेज ने कहा कि इस क्षेत्र की जैव विविधता को गंभीर खतरा है. उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण, बेशुमार मछली शिकार व जलवायु परिवर्तन को इसका कारण बताया. उन्होंने कहा कि जितनी तेजी से शोध का काम हो रहा है, उससे कहीं तेजी के साथ इन प्रजातियों के मिट जाने का खतरा बढ़ता जा रहा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/उभ

संपादनः ए जमाल