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गद्दाफी के विरोध में राजयनिकों के इस्तीफे

२१ फ़रवरी २०११

लीबिया में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग के विरोध में भारत और चीन में लीबियाई राजदूतों ने इस्तीफे दे दिए हैं. ट्यूनिशिया और मिस्र की तर्ज पर लीबिया में भी मुआम्मर गद्दाफी को सत्ता से हटाने की मुहिम तेज हुई.

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तस्वीर: dapd

बीबीसी की अरबी भाषा की वेबसाइट पर भारत में लीबिया के राजदूत अली अल इस्सावी के इस्तीफे की खबर दी गई है. बीबीसी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से इस खबर की पुष्टि भी कर दी है. इस्सावी ने लीबिया की सरकार पर आरोप लगाया कि वह प्रदर्शनकारियों के खिलाफ भाड़े के विदेशी लड़ाकों को इस्तेमाल कर रही है. वैसे नई दिल्ली में लीबियाई दूतावास से अभी इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं आई है. चीन में तैनात लीबिया के एक राजनयिक हुसैन सादिक अल मुसराती के भी इस्तीफा देने की खबर है.

अमेरिका और यूरोपीय संघ ने भी लीबिया में प्रदर्शनकारियों पर बर्बर बल प्रयोग की निंदा की है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग न करने और बुनियादी स्वतंत्रता का सम्मान करने को कहा है. मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वाच ने कहा है कि गुरुवार से लीबिया में 233 लोग मारे गए हैं. लीबिया में जारी प्रदर्शनों को 41 से साल से जारी गद्दाफी के शासन में सबसे उग्र विरोध कहा जा रहा है. यह विरोधी मिस्र और ट्यूनिशिया से प्रेरित हैं जहां जनांदोलन के कारण दशकों से सत्ता पर जमे शासकों को हटना पड़ा.

उधर गद्दाफी के बेटे ने प्रदर्शनों के दौरान मरने वालों की संख्या काफी कम बताई है. सैफ अल इस्लाम गद्दाफी ने कहा कि अगर प्रदर्शनकारियों ने सरकार की तरफ से सुधारों के लिए दी गई पेशकश को ठुकरा दिया तो देश में गृहयुद्ध शुरू हो जाएगा. उन्होंने सरकार विरोधी प्रदर्शनों की निंदा की है, लेकिन बर्बर कार्रवाई को एक गलती माना. उन्होंने लोगों से नए लीबिया के निर्माण की आह्वान किया है. जूनियर गद्दाफी ने कहा, "लीबिया दोराहे पर है. अगर हम आज सुधारों के लिए सहमत नहीं होते हैं तो हम 84 मौतों के लिए नहीं, बल्कि हजारों मौतों का अफसोस कर रहे होंगे. लीबिया में खून की नदियां बहेंगी."

राजधानी त्रिपोली के मध्य इलाके और कई दूसरे शहरों में सोमवार को भारी गोलीबारी हुई जिसमें कई लोग मारे गए. 500 लोगों ने राजधानी के नजदीक एक दक्षिण कोरियाई निर्माणस्थल पर धावा बोला और लूटपाट की. दक्षिण कोरिया विदेश मंत्रालय के मुताबिक इसमें 15 बांग्लादेशी और तीन दक्षिण कोरिया लोग घायल हो गए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ओ सिंह

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