गलत साबित होंगे फिक्सिंग के आरोपः सलमान बट
१६ अक्टूबर २०१०सलमान बट के साथ तेज गेंदबाज मोहम्मद आमेर और मोहम्मद आसिफ को पिछले महीने आईसीसी ने सस्पेंड कर दिया. एक ब्रिटिश अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए इन तीनों पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगाए. तीनों खिलाड़ियों ने अपने निलंबन के खिलाफ अपील की है जिस पर आईसीसी की सुनवाई 30 अक्टूबर को दोहा में होगी. तीनों क्रिकेटरों के खिलाफ स्पॉट फिक्सिंग के मामले में स्कॉटलैंड यार्ड की जांच भी चल रही है.
26 साल के बट ने 33 टेस्ट और 78 वनडे मैच खेले हैं. उनका कहना है कि स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों से उन्हें और उनके परिवार को धक्का लगा है. वह कहते हैं, "लेकिन मैं लड़ने के लिए तैयार हूं और मुझे सुनवाई से सकारात्मक नतीजे की उम्मीद है. सब कुछ सही चल रहा है. जब यह सब हुआ, वह बहुत ही परेशान और निराश करने वाला वक्त था. लेकिन यह मेरे लिए एक बड़ा सबक है. इससे मुझे सीखने को मिला है कि अपने आसपास के लोगों के साथ कैसे पेश आना है और उनसे कैसे सावधान रहना है. मुझे दोस्त और दुश्मनों के बीच का अंतर पता चला है."
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैचों में पाकिस्तानी टीम की अगुवाई करने वाले बट का कहना है कि उन्होंने क्रिकेट नहीं छोड़ा और राष्ट्रीय अकादमी में रोज ट्रेनिंग और प्रैक्टिस कर रहे हैं. वह कहते हैं, "मैं रोज दो घंटे अपनी ट्रेनिंग और प्रैक्टिस करता हूं, क्योंकि मैं क्रिकेट में बने रहना चाहता हूं."
बट ने यह उम्मीद भी नहीं छोड़ी है कि उन्हें अगले महीने यूएई में होने वाली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में खेलने का मौका भी दिया जा सकता है. उनके मुताबिक, "मैं मेहनत कर रहा हूं. लाहौर और यूएई की परिस्तिथियां एक जैसी हैं इसलिए मैं स्पिन गेंदों को खेलने का अभ्यास कर रहा हूं.
इस बीच बट और आमेर के वकीलों ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्हें आईसीसी की सुनवाई के सिलसिले में चार्जशीट, संबंधित सामग्री और दस्तावेज मिल गए हैं. बट के वकील आफताब गुल ने कहा, "हमें खिलाड़ियों पर लगाए गए आरोपों का ब्यौरा मिला गया है, लेकिन यह बेहद गोपनीय हैं. हमें इन पर सार्वजनिक रूप से चर्चा करने की अनुमति नहीं है."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह