गांगुली से बातचीत से कोच्चि का इनकार
२२ जनवरी २०११कोच्चि टीम के मालिकों में से एक सत्यजीत गायकवाड़ ने मीडिया में आई रिपोर्टों को खारिज कर दिया. वह कहते हैं, "इन रिपोर्टों में कोई सच्चाई नहीं है. हम गांगुली के साथ बातचीत नहीं कर रहे हैं. इसलिए उनके हमारी टीम में शामिल होने का सवाल नहीं उठता."
मीडिया में चर्चा गर्म है कि कोच्चि टीम आईपीएल की अन्य टीमों से एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) हासिल करने की कोशिश कर रही है ताकि भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को टीम में शामिल किया जा सके.
आईपीएल के पहले तीन सीजनों में शाहरुख खान की कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेलने वाले सौरव गांगुली को आईपीएल-4 की नीलामी में किसी ने भी नहीं खरीदा. नीलामी के दौरान गांगुली को अपनी टीम में शामिल करने की दिलचस्पी न दिखाते हुए दस में से किसी भी टीम ने बोली नहीं लगाई.
आईपील के नियमों के मुताबिक अब गांगुली आईपीएल में खुली नीलामी के बाद ही किसी टीम का हिस्सा बन सकते हैं बशर्ते अन्य टीमों को कोई आपत्ति न हो.
दादा बिना कैसी टीम
वैसे गांगुली के कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा न बनने से कोलकाता के प्रशंसकों में भारी नाराजगी है और लोगों ने खुलकर विरोध किया है. दबाव में आते हुए शाहरुख खान भी कह चुके हैं कि "दादा" के बिना कोलकाता की टीम की कल्पना नहीं की जा सकती. उन्होंने संकेत दिया कि गांगुली के लिए कुछ और विकल्प (टीम सलाहकार) तलाशे जा सकते हैं लेकिन अब तक कुछ ठोस सामने नहीं आया है.
कोच्चि टीम की मालिक रोंदेवू स्पोर्ट्स कंपनी है और नीलामी में उसने ब्रैंडन मैक्कुलम, ब्रैड हॉज, ओवेस शाहस महेला जयवर्धने और मुथैया मुरलीधरन जैसे नामी खिलाड़ियों को शामिल किया है. अधिकतर स्टार खिलाड़ी विदेशी हैं और भारत की ओर से खेलने वाले सिर्फ वीवीएस लक्ष्मण हैं.
सौरव गांगुली के अलावा बल्लेबाज वसीम जाफर और गेंदबाज वीआरवी सिंह ही ऐसे खिलाड़ी रहे जो भारत की ओर से खेल चुके हैं लेकिन आईपीएल-4 की नीलामी में जिन्हें किसी ने नहीं खरीदा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार