गूगल और स्काइप भी घेरे में
१ सितम्बर २०१०भारतीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार गूगल और स्काइप से अपने सर्वर भारत में लगाने को कहेगी और साथ ही इंटनेट डाटा देने की भी मांग की जाएगी. रक्षा चिंता के मद्देनज़र कई और देशों के साथ ही भारत ने भी कहा है कि वह ईमेल और इंटरनेट डाटा चाहता है. ब्लैकबेरी बनाने वाले कंपनी रिसर्च इन मोशन (आरआईएम) पहले ही भारत सरकार को डाटा देने पर राजी हो चुकी है.
भारत के गृह सचिव जीके पिल्लई ने पत्रकारों को बताया कि ब्लैकबेरी की ही तरह गूगल और स्काइप को भी डाटा देने के लिए कहा जाएगा. इसके लिए दोनो कंपनियों को नोटिस भेजा जाएगा. लेकिन ये नोटिस कब भेजा जाएगा इस बारे में पिल्लई ने कोई जानकारी नहीं दी.
ब्लैकबेरी की ईमेल और एसएमएस डाटा सिक्योरिटी की वजह से उसे दुनिया भर में पसंद किया जाता है. अगर वह डाटा देता है तो उसकी साख ख़तरे में है और नहीं देता तो बाज़ार खतरे में.
एपल और नोकिया भारत में स्मार्ट फोन की टक्कर में हैं अगर ब्लैकबेरी की सेवाओं पर प्रतिबंध लग जाता है तो इन दोनों कंपनियों को फायदा हो सकता है. नोकिया ने सोमवार को ही घोषणा की है कि वह भारत में सर्वर लगा रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां आभा एम
संपादनः ए जमाल