चीन बनाएगा सबसे लंबा हाई स्पीड रेलवे ट्रैक
१३ जून २०११इसी महीने बीजिंग से चीन की वित्तीय राजधानी शंघाई को जोड़ने वाली हाई स्पीड रेलवे लाइन योजना को लॉन्च किया जाएगा. दुनिया के सबसे लंबे हाई स्पीड रेलवे ट्रैक का निर्माण चार साल के भीतर हो जाएगा. इसके लिए समय सीमा 2011 से 2015 तक रखी गई है.
ट्रैक पर 300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनें भागेंगी. इसकी वजह से बीजिंग और शंघाई के बीच की यात्रा पांच घंटे से भी कम समय में पूरी हो जाएगी. फिलहाल शंघाई से बीजिंग आने जाने में ट्रेनों को 10 से ज्यादा घंटे लगते हैं. चीन हवाई यातायात से ज्यादा तरजीह रेलवे को दे रहा है. रेलवे ट्रैकों के जरिए विद्युतीय गति से माल भी ढोया जा सकता है. तेजी से आर्थिक तरक्की करता चीन इस बात को भली भांति जानता है.
चीन के रेल मंत्रालय का कहना है कि बीजिंग-शंघाई रेलवे ट्रैक 'अंतरराष्ट्रीय स्तर की तकनीक' वाला होगा. भविष्य के बारे में इशारा करते हुए चीन के उप रेल मंत्री हू यातोंग ने कहा, "रेलवे में निवेश तेज विकास का मानक बना रहेगा. हम योजनाओं को धीमा नहीं पड़ने देंगे. निवेश में कोई कटौती नहीं होने दी जाएगी."
चीन ने 2010 में ही रेलवे पर 707.5 अरब युआन खर्च किए. अगले पांच सालों में बीजिंग रेल परियोजनाओं पर 2.8 खरब युआन खर्च करेगा. चीन ने 2015 तक 45,000 किलोमीटर लंबा हाई स्पीड रेलवे ट्रैक तैयार करने का लक्ष्य रखा है.
इन परियोजनाओं की वजह से चीन का रेल मंत्रालय पर मार्च 2011 तक करीब दो खरब युआन का कर्ज हो गया है. लेकिन सरकार का कहना है कि एक बार लक्ष्य हासिल होते ही सब कुछ ट्रेनों के साथ ही पटरी पर आ जाएगा. भारत, ब्राजील और मेक्सिको जैसे देश इस मामले में चीन से काफी पिछड़ चुके हैं. परिवहन के क्षेत्र में अब चीन पश्चिमी देशों की बराबरी पर आने जा रहा है.
रिपोर्ट: रॉयटर्स/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार