चूहों के लिए बनाई चीन ने लोमड़ियों की फौज
२ अगस्त २०१०चीन के अधिकारी 2004 में खास प्रजाति की 20 सिल्वर फॉक्स लाए. उन्हें ट्रेनिंग दी गई और उनकी अच्छे से देखभाल की गई. अब इन लोमड़ियों की संख्या बढ़कर 284 हो गई है. सभी को ट्रेनिंग देने के बाद घास के मैदानों और जंगलों में छोड़ दिया गया है. इन लोमड़ियों का मकसद सिर्फ चूहों को खोज खोजकर मारना है.
अभियान से जुड़े अधिकारी नी यिफेई कहते हैं, ''लोमड़ियां प्रकृति के चक्र को जिंदा रखने का बेहतरीन काम करती हैं. एक लोमड़ी हर दिन 20 चूहे पकड़ सकती है. कई देशों में लोमड़ियों के सहारे ही चूहों की संख्या में चौंकाने वाली कमी आई है.'' अधिकारियों के मुताबिक देश के जिन इलाकों में लोमड़ियां छोड़ी गई है वहां चूहों की संख्या में 70 फीसदी कमी आई है.
यिफेई कहते हैं, ''सिल्वर फॉक्स घास के मैदानों में मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी जी सकती है. चूहों का पीछा करने, बिल में अंदर तक मुंह मारने और उछलकर शिकार करने की कला में सिल्वर फॉक्स माहिर होती है.''
चीन में हाल के बरसों में चूहों ने बड़ी समस्या खड़ी कर दी है. बारिश कम होने की वजह से देश के घास के मैदानों और खेत खलिहानों में भारी तादाद में चूहे हो गए. फसलों को नुकसान पहुंचाने के अलावा इनसे प्लेग जैसी विनाशकारी बीमारी फैलने का भी खतरा पैदा हो गया. चूहों की वजह से 55 लाख हेक्टेयर जमीन पर उगी फसल खतरे में पड़ गई.
यही वजह है कि चीन में अब चूहों की खाट खड़ी की जा रही है. सिन्यांग प्रांत में चूहों का शिकार करने के लिए भेड़ियों, बाजों और यहां तक की मुर्गी और बत्तखों की मदद ली जा रही है. एक अधिकारी ली जुन कहते हैं, ''यह चूहों की समस्या से निपटने का हरित तरीका है.''
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन