चैंपियंस लीग को तैयार चैंपियन
१ अप्रैल २०१३चैंपियंस लीग के क्वार्टर फाइनल का पहला चक्र होने वाला है. जगह है म्यूनिख का चमचमाता आलियांज स्टेडियम. एक तरफ 18 मैचों से हार से दूर रहने वाली इतालवी टीम है, तो दूसरी तरफ बुंडेसलीगा के आखिरी मैच में 9-2 से जीत दर्ज करने वाली मेजबान बायर्न म्यूनिख. दोनों टीमें अपने अपने देश की दिग्गज हैं और अगर राष्ट्रीय स्तर पर उनके खिताबों को एक साथ जोड़ दिया जाए, तो आंकड़ा 50 पार कर जाएगा.
पिछली टक्कर में लाल जर्सी वाली बायर्न म्यूनिख ने युवेंटेस पर 4-1 से भारी जीत दर्ज की थी. लेकिन यह मौका कोई चार साल पहले का था.
बायर्न म्यूनिख की टीम रिकॉर्ड 23वीं बार जर्मन लीग यानी बुंडेसलीगा खिताब जीतने के दरवाजे पर खड़ी है और पिछला मुकाबला उसने हैम्बर्ग को 9-2 से हरा कर जीता है. युवेंटेस रिकॉर्ड 29वीं बार इटली की फुटबॉल लीग चैंपियनशिप सीरिया ए को जीतने वाली है. लेकिन घरेलू खिताब से कहीं ज्यादा अहम चैंपियंस लीग है, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा लीग खिताब कहा जाता है.
पिछले साल जर्मन टीम बायर्न म्यूनिख इस खिताब के फाइनल में पहुंची थी लेकिन अपने ही ग्राउंड पर चेल्सी के हाथों हार गई थी. इस साल वह इस पर अपना कब्जा करना चाहेगी. हालांकि युवेंटेस के कोच अंटोनियो कोंटे को भी अपनी टीम से पूरी उम्मीद है, "हमने घरेलू स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया और इस बात को ध्यान में रखते हुए ही हम म्यूनिख जाएंगे. हम जब वहां जाएंगे तो अपने सपनों को जिंदा रखेंगे."
युवेंटेस सात साल के इंतजार के बाद चैंपियंस लीग के क्वार्टर फाइनल में पहुंचा है, जहां दो चरणों के मैच होंगे. दोनों टीमें अपने अपने ग्राउंड पर खेलेंगी और दूसरे के ग्राउंड पर गोल करने वाली टीम को एक गोल के बदले दो गोल दिए जाएंगे.
म्यूनिख की टीम के लिए चैंपियंस लीग का यह सीजन बहुत अच्छा नहीं रहा है और उसे शुरुआती चरण में ही एक हार झेलनी पड़ी. टीम बाद में ब्रिटिश फुटबॉल टीम आर्सेनल से भी हारी. फिर भी क्वार्टर फाइनल तक का सफर पूरा हो गया है. लेकिन रास्ते यहीं से मुश्किल होते हैं क्योंकि मुकाबले में सिर्फ आठ सर्वश्रेष्ठ टीमें बची हैं.
एजेए/एनआर (एएफपी, डीपीए)