छुट्टियों में अंतरिक्ष चलेंगे क्या
१२ अक्टूबर २०११रूसी कंपनी ऑर्बिटल टेकनोलॉजीस का कहना है कि वह 2016 से पर्यटकों के लिए आरामदायक होटल स्थापित करना चाहती है.
कंपनी ने कई हफ्ते पहले एलान किया कि उसका पहला मॉड्यूल करीब 20 घन मीटर का होगा. इस मॉड्यूल में चार केबिन होंगे और इसमें 7 पर्यटक रह सकेंगे. कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी सरगई कोस्तेंको ने डॉयचे वेले को बताया, "मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष पर्यटन होगा. लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी." ऑर्बिटल टेकनोलॉजीस सरकारी सहयोग से चल रही कंपनी आरकेके एनर्जिया का हिस्सा है. जिसने पिछले साल तक अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचाया है. कोस्तेंको ने कहा, "इसे इस तरह से डिजाइन किया जाएगा जिससे अंतरिक्ष पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा आराम मिल सकें."
भारी खर्च
होटल अमीरों को आकर्षित के उद्देश्य से बनेगा. इसके अलावा होटल ऐसे लोगों को भी अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश करेगा जो निजी कंपनी के लिए अंतरिक्ष शोध करते हैं. शुरुआत में यात्रा का खर्च 5 से 6 करोड़ अमेरिकी डॉलर होगा.
कोस्तेंको कहते हैं, "इसका खर्च अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक उड़ान जितना है. इसके बाद किराये में कमी आएगी."
कंपनी का अनुमान है कि ऑर्बिटल होटल में पांच दिन बिताने के लिए 10 लाख अमेरिकी डॉलर लगेंगे. कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के मुकाबले प्रस्तावित होटल ज्यादा आरामदायक होगा.
होटल में ठहरने वाले पर्यटकों को वैक्यूम शौचालय, स्पंज स्नान और अंतरिक्ष का भोजन इस्तेमाल करना होगा. असुविधाओं के बावजूद कई ऐसे लोग हैं जो अंतरिक्ष के सफर के लिए बेकरार हैं. मॉस्को की रहने वाली महिला अनतासिया जो अपना पूरा नाम नहीं बताना चाहती हैं. कहती हैं, "मैं उड़ान भरना चाहती हूं. लेकिन तब ही मैं उड़ान भरूंगी जब किराया मुनासिब होगा."
अर्थशास्त्र है समस्या
सिर्फ रूस ही ऐसा देश है जो अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन तक पहुंचा रहा है. जुलाई में अमेरिका ने अंतरिक्ष तक के लिए शटल सर्विस बंद कर दी है. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की उड़ान के लिए नासा अब कई कंपनियों के साथ मिलकर अंतरिक्ष यान के विकास में जुटा हुआ है. चाहे कंपनी 2016 तक अंतरिक्ष में होटल खोल पाने का उद्देश्य हासिल कर पाए या नहीं. लेकिन बिना धन के यह योजना भी खटाई में पड़ सकती है. रूस के फेडरल स्पेस एजेंसी के प्रमुख अनातोली परमिनोव ने सरकारी टीवी चैनल पर माना, "बेशक हम इस कार्यक्रम को फिर से शुरू करना चाहते हैं. दुर्भाग्य से हम यह अभी नहीं कर पा रहे हैं. हम 2017 तक भी इसे करने में सक्षम नहीं होंगे."
ब्रिटेन में मुलार्ड अंतरिक्ष विज्ञान प्रयोगशाला के एलन स्मिथ कहते हैं तकनीकी कुशलता समस्या नहीं है. उनके मुताबिक, "इस तरह की चीजें तकनीकी रूप से मुमकिन है. इस पर निर्भर है कि आप इसे करने के लिए निवेशक ढूढं पाते हैं कि नहीं."
रिपोर्ट: जेसिका गोलोहेर, मॉस्को / आमिर अंसारी
संपादन: आभा एम