जर्मनी में भी होगी ड्रोन से निगरानी
२६ जनवरी २०१२ड्रोन विमानों को जर्मनी में किसी पर हमला करने के लिए नहीं, बल्कि लोगों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. अब तक ड्रोन का सैन्य कार्रवाई के लिए ही प्रयोग होता आया है. लेकिन अब जर्मन सरकार हवाई क्षेत्र को ड्रोन के लिए खोलने के बारे में विचार कर रही है.
दुकानों में बिकते हैं ड्रोन
जर्मनी में जासूसी के लिए ऐसे यंत्र कई सालों से दुकानों में खरीदे जा सकते हैं. मात्र 300 यूरो यानी बीस हजार रुपयों में इलेकट्रॉनिक सामान बेचने वाली दुकानों से ड्रोन खरीदे जा सकते हैं. दरसल यह एक खिलौने के आकार का हेलिकॉप्टर जैसा दिखने वाला यंत्र होता है. इसमें कैमरा लगा होता है, जिसकी मदद से आसमान से तस्वीरें ली जा सकती हैं.
पुलिस भी इनका इस्तेमाल करती है. मिसाल के तौर पर प्रदर्शनों के दौरान लोगों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इन्हें तैनात किया जाता है. कुछ वक्त पहले जर्मनी के सैक्सनी राज्य में हुए फुटबॉल मैचों के दौरान सुरक्षा कड़ी करने के लिए इन्हें लगाया गया. हालांकि इनका इस्तेमाल कब और किन हालत में किया जा सकता है, इस सिलसिले में पुलिस को कड़े निर्देश दिए गए हैं.
'ड्रोन' नहीं 'अनमैन्ड एरोनॉटिकल सिस्टम्स'
मौजूदा नियमों के अनुसार बिना पायलट वाले विमानों को आसमान में उड़ने की अनुमति नहीं है. रिमोट कंट्रोल से चलने वाले विमानों का आकार केवल खिलौने जैसा ही हो सकता है. लेकिन जल्द ही यह बदलने जा रहा है. संसद में इस पर चर्चा चल रही है. अगर इस विषय में बिल पारित होता है तो हेलिकॉप्टर और हवाई जहाज की ही तरह जर्मनी के आसमान में ड्रोन भी उड़ते हुए दिखेंगे.
हालांकि सरकार 'ड्रोन' शब्द के इस्तेमाल से बच रही है. जर्मन परिवहन मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने इन्हें 'अनमैन्ड एरोनॉटिकल सिसटम्स' यानी बिना किसी चालक के उड़ने वाले उपकरण का नाम दिया है. इन्हें ट्रैफिक पर नजर रखने के लिए और पर्यावरण सुरक्षा के लिए भी काम पर लगाया जाएगा.
लेकिन जर्मनी के व्यस्त हवाई क्षेत्र में इनके लिए जगह बनाना आसान काम नहीं होगा. हर साल जर्मनी से तीस लाख हवाई जहाज गुजरते हैं. पूरे यूरोप में और कहीं भी हवाई क्षेत्र इतना व्यस्त नहीं है जितना जर्मनी में. परिवहन मंत्रालय ने इस बारे में कहा है, "हमें अब तक विमान सुरक्षा को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है."
संविधान के लिए 'बुरा सपना'
जर्मन संसद में बिल का पास होना आसान नहीं लग रहा है. विपक्ष इसका विरोध कर रही है. वामपंथी डी लिंके के वॉल्फगांग नेस्कोविच ने इसे संविधान के लिए एक "बुरा सपना" कहा है. नेस्कोविच ने कहा, "पुलिस का ड्रोन इस्तेमाल करना तकनीकी रूप से लोगों के सार्वजनिक जीवन पर निगरानी रखने की दिशा में आखिरी पढ़ाव है." नेस्कोविच ने कहा कि इससे लोगों के निजी जीवन पर असर पड़ेगा. सरकार यह बात जान जाएगी कि किस व्यक्ति ने किस जगह पर कितना समय बिताया.
जर्मनी की ग्रीन पार्टी भी इनके इस्तेमाल को लेकर खुश नहीं नजर आ रही. पार्टी ने सरकार से मांग की है कि वह विस्तार से जानकारी दे कि इनका इस्तेमाल कब और कहां किया जाएगा. हालांकि पार्टी के कुछ लोग बिल को अपनी सहमति देने के लिए राजी हो गए हैं.
रिपोर्ट: माथियास बोएलिंगर/ईशा भाटिया
संपादन: एम गोपालकृष्णन