जीत का हकदार भारत थाः संगकारा
३ अप्रैल २०११वानखेड़े स्टेडियम में मिली हार के बाद संगकारा ने कहा, "मैं अपनी टीम के हर सदस्य पर गर्व महसूस कर रहा हूं. खास तौर पर महेला जयवर्धने पर, जिन्होंने खास मौके पर जाकर बेहतरीन शतक बनाया."
जयवर्धने ने नाबाद 103 रन की पारी खेली, जिसकी मदद से श्रीलंका की टीम ने निर्धारित 50 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 274 रन बनाए. उन्होंने ये रन सिर्फ 88 गेंदों पर बनाए. यह पहला मौका है, जब वर्ल्ड कप फाइनल में जिस टीम के खिलाड़ी ने शतक बनाया हो, वह हार गई हो.
श्रीलंका के कप्तान का कहना है, "जब आप इस भारतीय टीम की ओर देखते हैं तो 350 से कम का कोई भी स्कोर सुरक्षित नहीं लगता. यह हमारे लिए शानदार टूर्नामेंट रहा. जिस तरह से भारत ने खेला, वह खिताब का हकदार था. भारत और श्रीलंका दोनों को ही अपने खेल पर गर्व होना चाहिए."
संगकारा ने कहा कि खिताब जीतने का एकमात्र तरीका यह था कि जल्दी जल्दी विकेट ले लिए जाते लेकिन ऐसा हो नहीं सका. उन्होंने कहा, "भारत बेहतर टीम थी. आज रात उन्होंने बेहतरीन क्रिकेट खेली. हम उन्हें रोक सकते थे लेकिन इसके लिए हमें सात विकेट लेने थे. गौतम गंभीर ने बेमिसाल पारी खेली और महेंद्र सिंह धोनी ने भी मुश्किल के वक्त अच्छी क्रिकेट खेली. हमें दुख है लेकिन बेहतर टीम ने खिताब जीता."
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः ओ सिंह