जीवनरक्षक दवा के दाम बढ़ाने पर हुआ मुकदमा
२८ जनवरी २०२०अमेरिका में एक जीवन रक्षक दवा बनाने वाली कंपनी के मालिक पर अचानक दवा का दाम कई गुना बढ़ा देने के इल्जाम में मुकदमा दायर हो गया है. मुकदमा अमेरिका की केंद्रीय सरकार और न्यू यॉर्क राज्य की सरकार ने मिल कर किया है. वयेरा फार्मास्युटिकल्स के मालिक मार्टिन श्क्रेली पहले से ही जेल में हैं.
36 वर्षीय श्क्रेली ने 2015 में एचआईवी और कैंसर के मरीजों में संक्रमण के इलाज में काम आने वाली एक दवा की एक गोली का दाम 13.50 डॉलर से बढ़ा कर 750 डॉलर कर दिया था. इसके बाद श्क्रेली और उनकी कंपनी के खिलाफ लोगों में बहुत आक्रोश देखा गया था. सोशल मीडिया पर उन्हें "फार्मा ब्रो" का उपनाम दे दिया गया और अमेरिकी मीडिया ने उन्हें अमेरिका में सबसे ज्यादा नफरत किया जाने वाला आदमी घोषित कर दिया.
कई वर्षों की जांच के बाद, अब अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन और न्यू यॉर्क अटॉर्नी जनरल लेटिशिया जेम्स ने श्क्रेली और उनकी कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. जेम्स ने एक बयान में कहा, "मार्टिन श्क्रेली और वयेरा ने इस जान बचाने वाली दवा का दाम एक ही दिन में 4000 प्रतिशत बढ़ा कर मुनाफा कमाने के अलावा इस महत्वपूर्ण दवा को मरीजों और अपने प्रतिद्वंदियों से दूर एक तरह से बंधक बना कर रखा और गैर कानूनी रूप से अपना एकाधिकार बनाए रखने की कोशिश की."
जेम्स ने वक्तव्य में ये भी कहा, "हमने ये मुकदमा दायर किया ताकि वयेरा फार्मास्युटिकल्स के बुरे व्यवहार को रोक सकें, उसे उसके गैर कानूनी योजना बनाने की कीमत अदा करने पर मजबूर कर सकें और मार्टिन श्क्रेली को फिर से दवा उद्योग में काम करने से रोक सकें".
ये मुकदमा उस मुकदमे से अलग है जिसके लिए श्क्रेली को जेल हुई है. उन्हें 2017 में प्रतिभूति से संबंधित धोखेबाजी के जुर्म में सात साल कैद की सजा हुई थी. अभियोजकों का कहना था कि अक्तूबर 2009 और मार्च 2014 के बीच उन्होंने उन्हीं के द्वारा चलाये हुए दो हेज फंड में पैसों का कुप्रबंधन किया था.
सीके/एमजे (डीपीए)
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