टाइटैनिक की 100वीं बरसी पर मौन
१ जून २०११बेलफास्ट से टाइटैनिक को न्यूयॉर्क ले जाया गया जहां से करीब एक साल बाद यह विशाल जहाज यात्रियों के साथ अपनी पहली और आखिरी समुद्र यात्रा पर निकला. एक बर्फ के पहाड़ से टकराने के कारण टाइटैनिक यात्रा के पांचवें दिन ही डूब गया. जहाज पर मौजूद 1517 लोगों की मौत हो गई.
मारे गए लोगों के परिवारजन मंगलवार को बेलफास्ट में उसी जगह इकट्ठा हुए जहां पहली बार जहाज को पानी में उतारा गया था. साथ ही टाइटैनिक पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया गया.
टाइटैनिक का डूबना शर्मनाक
1911 में बना टाइटैनिक अपने समय का सबसे बड़ा जहाज था. इसे बनाने में 15 हजार लोगों की मेहनत लगी. जहाज के डूब जाने के बाद बेलफास्ट के कारखाने ने खुद को किसी भी चर्चा से दूर रखने का फैसला किया. लेकिन अब सौ साल बीत जाने के बाद बेलफास्ट में टाइटैनिक को याद किया जा रहा है.
टाइटैनिक की याद में हुए समारोह में पादरी क्रिस बेनेट ने रस्में अदा कीं. बेनेट कहते हैं, "पिछले सौ सालों से लोग टाइटैनिक के बारे में बात करने से बहुत हिचकते आए हैं. यह हमारा एक ऐसा राज है जो बेहद शर्मनाक है. लेकिन अब लोग अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को दोबारा ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं. अब लोग कहते हैं कि जब टाइटैनिक यात्रा पर निकला था तब वह बिलकुल ठीक था."
टाइटैनिक से पर्यटन
बेलफास्ट में टाइटैनिक स्मारक भी बनाया जा रहा है, जिसका कुल खर्च सात अरब पाउंड होगा. इस जगह को 'टाइटैनिक क्वॉर्टर' का नाम से जाना जाएगा. यहां दफ्तरों और होटलों के अलावा साइंस पार्क भी बनाए जाएंगे. साथ ही एक इंटरैक्टिव विजिटर सेंटर भी बनाया जा रहा है, जिस पर एक अरब पाउंड खर्च किया जा रहा है.
ऐसा माना जा रहा है कि इस सब के चलते दुनिया में टाइटैनिक को लेकर दिलचस्पी बढ़ेगी और लोग इस पर और जानकारी पाने के लिए यहां आया करेंगे. यानी शहर में सैलानियों की संख्या में इजाफा होगा, जिसका असर सीधे यहां की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा.
टाइटैनिक का 3डी अवतार
आम लोगों में टाइटैनिक तब लोकप्रिय हुआ जब में जेम्स कैमरन ने फिल्म टाइटैनिक के जरिए जहाज के डूबने की कहानी बयान की. कैमरन कह चुके हैं कि अगले साल वह लिओनार्डो डि कैप्रियो और केट विंसलेट की सुपरहिट फिल्म के 3डी अवतार को बाजार में उतारेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि फिल्म उसी दिन रिलीज की जाएगी जिस दिन सौ साल पहले टाइटैनिक डूबा था, यानी 14 अप्रैल को.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: वी कुमार