ट्विटर पर नेल्सन मंडेला के मौत की झूठी खबर
१६ जनवरी २०११नेल्सन मंडेला फाउंडेशन की तरफ से प्रवक्ता सेलो हटेंग ने बयान जारी कर कहा है, "नेल्सन मंडेला अच्छे हैं और छुट्टी मना रहे हैं. उनकी सेहत के बारे में आई खबरें झूठी और बेबुनियाद हैं." शनिवार को ट्विटर पर अचानक किसी ने यह खबर उड़ा दी कि 92 साल के नेल्सन मंडेला अब नहीं रहे.
हालांकि ट्विटर पर भी इन खबरों पर यकीन करने वालों की तादाद कम ही थी. एक शख्स ने इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी, "नेल्सन मंडेला नहीं मरे हैं. कौन है जो इतना भयानक झूठ बोल रहा है?"
इसी खबर पर एक और शख्स ने लिखा, "ट्विटर लोगों की मौत के बारे में मजाक करने का एक बड़ा मंच बन गया है." ट्विटर पर इस तरह से मौत की झूठी खबरें गायिका एरिथा फ्रैंकलिन, अभिनेता चार्ली शीन, जॉनी डेप और मॉर्गन फ्रीमैन के बारे में भी आ चुकी हैं.
2004 में सार्वजनिक जीवन से विदा लेने के बाद नेल्सन मंडेला ने नेल्सन मंडेला फाउंडेशन, नेल्सन मंडेला चिल्ड्रंस फंड और मंडेला रोड्स फाउंडेशन की स्थापना की जो उनकी तरफ से मानवीय सहायता के कामों में जुटी है. रंग भेद के खिलाफ पूरा जीवन संघर्ष करने वाले नेल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के पहले काले राष्ट्रपति रहे हैं. जोहानिसबर्ग में 2010 के फीफा वर्ल्ड कप के उद्घाटन समारोह के बाद से वह सार्जवजनिक रूप से सामने नहीं आए हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार