तालिबान ने ली टैंकर हमले की जिम्मेदारी
४ अक्टूबर २०१०इस्लामाबाद के पास एक डिपो में दर्जनों टैंकर रवानगी के लिए तैयार हो रहे थे. तभी हथियारबंद लोगों ने डिपो पर दो तरफ से हमला कर दिया. उन्होंने टैंकरों पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे टैंकर के तेल में आग लग गई. स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं. कुछ चश्मदीदों के मुताबिक हमलावर गोलियां चलाने के बाद आराम से निकल गए.
तीन दिन के अंदर यह दूसरा मौका है, जब नाटो के काफिले पर हमला किया गया है. शुक्रवार को नाटो की रसद लेकर जा रही 27 लॉरियों में भी आग लगा दी गई थी.
तालिबान का कहना है कि इससे पहले गुरुवार-शुक्रवार को नाटो के काफिले पर भी उसी ने हमला किया है. हाल के दिनों में अफगानिस्तान में तैनात नाटो सेना और पाकिस्तान में ठन गई है क्योंकि नाटो सेना ने पाकिस्तान के हिस्से में घुस कर हेलिकॉप्टर से हमला किया था. इस मनमुटावा का फायदा तालिबान भी उठा रहा है.
ताजा घटनाओं के बाद से अफगानिस्तान में नाटो की सप्लाई पर बुरी तरह असर पड़ सकता है क्योंकि पाकिस्तान ने उसके लिए अपने कुछ रास्ते रोक दिए हैं. अफगानिस्तान में तैनात नाटो का कहना है कि उसने अपनी सुरक्षा के लिए पाकिस्तान की सीमा में घुस कर हमला किया, जबकि पाकिस्तान इसे अपनी संप्रभुता पर हमला बता रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ओ सिंह