तेहरान में बड़ी हवाई त्रासदी में 176 यात्री मारे गए
८ जनवरी २०२०ईरान के इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर हमले की खबर के बीच, ईरान में ही एक बड़ी हवाई त्रासदी हुई है. यूक्रेन का एक विमान आठ जनवरी की सुबह तेहरान के मुख्य हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान में 176 लोग सवार थे और बताया जा रहा है कि दुर्घटना में विमान पर सवार सभी लोग मारे गए हैं.
ईरान के सड़क और यातायात मंत्रालय के प्रवक्ता कासिम बिनियाज ने बताया कि विमान ने इमाम खोमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी ही थी कि उसके एक इंजन में आग लग गई. उन्होंने बताया कि इसके बाद पायलट ने विमान पर से काबू खो दिया और विमान जमीन पर गिर गया. विमान यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था और उसमें अलग अलग देशों से 167 यात्री और चालक दल के 9 सदस्य सवार थे. ईरानी आपातकाल अधिकारियों और यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने दुर्घटना में सभी लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है. विमान यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा द्वारा चलाया जाने वाला बोइंग 737-800 था. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मृतकों के परिजनों के साथ संवेदना प्रकट की.
एसोसिएटेड प्रेस के पत्रकारों ने घटना स्थल पर पहुंचने के बाद खेतों में दूर तक फैले हुए मलबे को देखा. हवाई जहाज के ध्वस्त टुकड़ों के बीच लाशें पड़ी हुई थीं. नकाब पहने हुए बचाव दल के लोग हेलीकॉप्टरों की आवाज के ऊपर चिल्लाने की कोशिश कर रहे थे. दुर्घटना ईरान के इराक में हमले के कुछ ही घंटों बाद हुई.
बोइंग 737-800 एक गलियारे और दो इंजन वाला सामान्य जेटलाइनर विमान है जिसका इस्तेमाल छोटी से मध्यम दूरी तक की उड़ानों के लिए किया जाता है. इस मॉडल के हजारों विमान दुनिया भर की हवाई कंपनियों द्वारा इस्तेमाल में लाए जाते हैं. इसे नब्बे के दशक में पहली बार बाजार में उतारा गया था और यह विवादास्पद बोइंग 737 मैक्स से भी पुराना मॉडल है. दो घातक दुर्घटनाओं के होने के बाद, बोइंग 737 मैक्स की उड़ान पर पिछले लगभग 10 महीनों से प्रतिबंध लगा हुआ है.
यह दुर्घटनाग्रस्त होने वाला पहला 737-800 विमान नहीं है. बीते वर्षों में 737-800 के विमान कई घातक दुर्घटनाओं में शामिल रहे हैं. मार्च 2016 में फ्लाईदुबई कंपनी का एक 737-800 विमान रूस के रोस्तोव-ऑन-डॉन हवाई अड्डे पर उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. हादसे में 62 लोग मारे गए थे. मई 2010 में एयर इंडिया द्वारा चलाया जाने वाला एक 737-800 विमान, जिसने दुबई से उड़ान भरी थी, भारत में मंगलुरू के पास उतारते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में 150 से भी ज्यादा लोग मारे गए थे.
शिकागो स्थित बोइंग कंपनी के प्रवक्ता माइकल फ्रीडमन ने कहा कि उन्हें ईरान से लगातार खबरें मिल रही हैं. सभी हवाई जहाज बनाने वाली कंपनियों की तरह बोइंग भी दुर्घटनाओं की छानबीन में मदद करती है. लेकिन, इस मामले में शायद इस पहलू पर असर पड़े क्योंकि अमेरिका के ईरान पर लगाए हुए प्रतिबंध लागू हैं.
इसके पहले ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने वाली संधि की शर्तों में एयरबस और बोइंग द्वारा ईरान को लाखों डॉलर के विमानों की बिक्री भी शामिल थी. लेकिन अमेरिका के संधि से हट जाने से ये बिक्री रुक गई. ईरान पर दशकों से आर्थिक प्रतिबंध लागू हैं और इसकी वजह से ईरान के व्यावसायिक यात्री विमानों का बेड़ा बहुत पुराना हो गया है. इसकी वजह से ईरान की आंतरिक हवाई कंपनियों को नियमित रूप से दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ा है, जिनमें कई जानें गई हैं.
सीके/आरपी (एपी)
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