दक्षिण अफ़्रीका सदमे में, पाकिस्तान फ़ाइनल में
१९ जून २००९पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लिया लेकिन उसे पहला झटका शाहज़ेब हसन के रूप में 8 रन पर लगा जब हसन 0 के स्कोर पर ही पैवेलियन लौट गए. कुछ ही देर बाद कामरान अकमल भी आउट हो गए लेकिन उन्होंने 12 गेंदों पर 23 रन बनाए जिसमें 4 चौके और 1 छक्का शामिल था.
इसके बाद पाकिस्तान का बेड़ा पार लगाने का ज़िम्मा संभाला शाहिद अफ़रीदी और शोएब मलिक ने और 67 रनों की साझेदारी की. अफ़रीदी ने 34 गेंदों में 8 चौके लगाए और 51 रन बनाए जबकि मलिक ने 34 रनों की पारी में 2 चौके जड़े.
इसके बाद कप्तान युनूस ख़ान ने भी 24 रनों की पारी खेली और पाकिस्तान का स्कोर 140 के पार तक पहुंचाने में मदद की हालांकि 150 रन बनाने की मनोवैज्ञानिक बढ़त पाकिस्तान नहीं ले पाया. पाकिस्तान ने निर्धारित 20 ओवरों में 4 विकेट के नुक़सान पर 149 रन बनाए. दक्षिण अफ़्रीका की ओर से स्टेन, परनेल, मर्व और दुमिनि ने एक-एक विकेट लिया.
दक्षिण अफ़्रीका की पारी में कालिस और स्मिथ ने अच्छी शुरूआत की और दोनों खिलाड़ी छठे ओवर तक स्कोर 40 रनों तक ले गए. रन बनाने की ज़िम्मेदारी कालिस ने अपने कंधों पर ले ली थी और स्मिथ का ज़्यादा खेलने का मौक़ा नहीं मिला. स्मिथ का 10 रनों के निजी स्कोर पर मोहम्मद आमिर ने अपनी ही गेंद पर कैच लपका. इसके बाद हर्शल गिब्स और एबी डिविलयर्स को पाकिस्तान के लिए ख़तरा बनने से पहले ही शाहिद अफ़रीदी ने पैवेलियन भेज दिया.
चौथे विकेट के लिए दुमिनी और कालिस ने 61 रनों की साझेदारी की और दक्षिण अफ़्रीका को जीत के रास्ते पर ले जाने का प्रयास किया लेकिन 18वें ओवर में कालिस के आउट होने के बाद दक्षिण अफ़्रीका की मुश्किलें बढ़ गई.
कालिस ने 54 गेंदों पर 7 चौकों और 1 छक्के की मदद से 64 रन बनाए. दुमिनि विकेट पर टिके तो रहे लेकिन दक्षिण अफ़्रीका को जीत नही दिला पाए. दुमिनि आख़िर में 44 रन बना कर नाबाद रहे. दक्षिण अफ़्रीका 5 विकेट खोकर 142 रन ही बना पाया और 7 रनों से मैच हार गया.
शाहिद अफ़रीदी मैच में छाए रहे और उन्होंने 4 ओवरों में महज़ 16 रन देकर 2 महत्वपूर्ण विकेट झटके. बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए अफ़रीदी को प्लेयर ऑफ़ द मैच का एवॉर्ड दिया गया. फ़ाइनल में पाकिस्तान का मुक़ाबला श्रीलंका और वेस्टइंडीज़ के बीच मैच की विजेता टीम से होगा.
रिपोर्ट - एजेंसियां, एस गौड़
संपादन - एम गोपालकृष्णन