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दूसरे दंगल में ओबामा ने पाटी खाई

१७ अक्टूबर २०१२

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान प्रमुख उम्मीदवारों के बीच होने वाली पहली बहस में कमजोर प्रदर्शन करने वाले राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मंगलवार को दूसरी बहस में मिट रोमनी के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन किया.

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तस्वीर: Reuters

दूसरी टेलिविजन बहस में ओबामा के समर्थकों को चैन की सांस लेते देखा जा सकता था, जब वह पहली बहस से अलग दिखे. दो सप्ताह पहले के थके और अनमने राष्ट्रपति की जगह इस बार सक्रिय और सावधान वक्ता था. वह रिपब्लिकन उम्मीदवार मिट रोमनी की दलीलों को काट रहे थे और बार बार अपने केंद्रीय मुद्दे पर ध्यान खींच रहे थे.

"मध्यवर्ग को मजबूत करना और सबको बराबर मौकों की गारंटी देना". अपने विरोधियों पर उन्होंने सिर्फ धनी लोगों के हितों का प्रतिनिधित्व करने का आरोप लगाया. हेम्पस्टेड शहर के होफस्ट्रा यूनिवर्सिटी में हुई बहस में ओबामा ने कहा, "गवर्नर रोमनी कहते हैं कि उनके पास पांच सूत्री कार्यक्रम है. लेकिन उनके पास सिर्फ एक सूत्री कार्यक्रम है, जिसका लक्ष्य यह है कि ताकतवर लोग सिर्फ अपने नियम चलाएं."

मिट रोमनी का प्रदर्शन सामान्य रहा. वे कुछ मुद्दों पर प्रभावित करने में कामयाब रहे लेकिन कुल मिलाकर पहली बहस के मुकाबले ओबामा से कमजोर साबित हुए. टीवी चैनल सीएनएन के जनमत सर्वेक्षण में 46 फीसदी ने ओबामा को विजेता बताया तो 39 फीसदी ने रोमनी को. तीन चौथाई वोटरों का मानना था कि राष्ट्रपति ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया. ओबामा के लिए यह महत्वपूर्ण जीत है, क्योंकि पहली बहस के बाद उनका समर्थन गिरा था. देश भर में जनमत संग्रह का पलड़ा रोमनी की तरफ झुक गया था, उन कथित बैट्लग्राउंड प्रांतों में भी जहां कोई स्पष्ट विजेता नहीं है.

TV Duell Barak Obama und Mitt Romney in Hempstead
तस्वीर: AP

फोकस में महिलाएं

मसलन फ्लोरिडा और नॉर्थ कैरोलीना में मैसाचुसेट्स के गवर्नर रोमनी ने कुछ सर्वे में राष्ट्रपति ओबामा को पीछे छोड़ दिया था. सीएनएन के दर्शकों के बीच भी रोमनी का समर्थन बढ़ा था. उन्होंने उन्हें अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य सुधार, कर नीति और बजट के मुद्दों पर ओबामा से बेहतर अंक दिए. ये देखना बाकी है क्या रोमनी की महिला वोटरों में लोकप्रियता और बढ़ी है.

लेकिन ट्विटर यूजर्स के बीच उनके एक बयान की काफी आलोचना हुई. हथियार कानून पर हुई बहस में उन्होंने कहा कि बच्चों और किशोरों का हिंसक होना अकेली मांओं के कारण है. रोमनी का कहना है कि नए हथियार कानून के बदले अमेरिका को परंपरागत पार्टनरशिप को मजबूत करने वाली राजनीति की जरूरत है. ओबामा ने ऑटोमैटिक हथियारों पर फिर से रोक लगाने की मांग की, जिसकी अवधि रिपब्लिकन पार्टी के विरोध के कारण समाप्त हो गई थी.

और यह पूछे जाने पर जाने पर कि वे पेशे में महिलाओं की समानता की गारंटी कैसे करेंगे, रोमनी का जवाब था, "अर्थव्यवस्था को इस तरह मजबूत करके कि उद्यमी महिलाओं को नौकरी देने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे." और राष्ट्रपति ओबामा ने अपने द्वारा लागू किए गए एक कानून का हवाला दिया, जो एक जैसी नौकरी में महिलाओं और पुरुषों को समान वेतन की गारंटी देता है.

वोटरों के सवाल

राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों की दूसरी बहस का फॉर्मेट पहले से अलग था. टाउन हॉल डिबेट में ऐसे वोटरों ने सवाल किए जो अब तक किसी का पक्ष नहीं ले रहे हैं. सीएनएन की मॉडरेटर सिर्फ स्पष्टीकरण ले रही थी या नियमों में रहने को कह रही थी, बहस में शामिल नहीं हो रही थी.

दोनों उम्मीदवारों ने वोटरों के संपर्क में आने के मौके का इस्तेमाल किया, लेकिन कुछ सवालों को नजरअंदाज भी किया. मसलन ओबामा ने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया कि क्या विदेश मंत्रालय ने लीबिया में कंसुलेट पर हमले से पहले सुरक्षा बढ़ाने की मांग ठुकरा दी थी. हालांकि कांग्रेस की एक सुनवाई में अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है. रोमनी बेनगाजी हमले के मुद्दे पर विस्तार में उलझ गए, इसलिए यहां भी अंक राष्ट्रपति ओबामा को मिला.

इन मुद्दों के अलावा बहस में कराधान नीति, बेरोजगारी, आप्रवासन कानून में सुधार और ऊर्जा नीति पर चर्चा हुई. रोमनी का बेहतरीन क्षण वह था जब उन्होंने राष्ट्रपति को यह बताया कि उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में क्या कुछ नहीं किया है. बेरोजगारी नहीं घटाई, बजट घाटे और सरकारी कर्ज को नियंत्रण में नहीं ला सके और आप्रवासन कानून में सुधार की शुरुआत नहीं की.

इसके विपरीत राष्ट्रपति ने रोमनी पर आरोप लगाया कि उनका कर में कटौती का प्रस्ताव लागू नहीं हो सकता है. बहस में कोई नई बात सामने नहीं आई, दोनों उम्मीदवार एक दूसरे पर तथ्यों को नजरअंदाज करने या उन्हें तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते रहे. कुछ समय तक तो बहस काफी गरमागरम रही.

दोनों उम्मीदवारों की चुनाव टीमों बहस पर संतोष व्यक्त किया है. ओबामा के मुख्य चुनाव प्रचारक जिम मेसीना ने कहा, "राष्ट्रपति ओबामा ने यह बहस साफ तौर पर जीत ली है." उन्होंने कहा कि अमेरिका ने आज की रात नेतृत्व देने वाली एक शख्सियत देखी, एक मजबूत, दृढ़ और निर्णायक चरित्र वाला सकारात्मक योजना वाला राष्ट्रपति, जो इस देश को आगे ले जा रहा है और अर्थव्यवस्था को मध्य में आगे बढ़ा रहा है.

वर्जीनिया के रिपब्लिकन गवर्नर ने रोमनी का पक्ष लेते हुए कहा कि उन्होंने साफ कर दिया है कि अमेरिका को कौन से फैसले लेने हैं. चाहे उन्होंने बेरोजगारी के बारे में बोला हो या कर, कर्ज, हेल्थ सेक्टर या विदेश नीति के बारे में, उन्होंने अपने और राष्ट्रपति की विकास नीतियों के बीच पूरा अंतर दिखाया.

दोनों उम्मीदवारों की अंतिम बहस 22 अक्टूबर को होगी. उसमें मुद्दा सिर्फ विदेश नीति का होगा.

रिपोर्ट: क्रिस्टीना बैर्गमन/एमजे

संपादन: अनवर जे अशरफ

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