दो बहनों के सामने 10 ताबूत
६ मार्च २०१९अमेरिकी प्रांत अलबामा के बोरिगार्ड गांव में कुछ ही परिवार रहते थे. उन्हीं में एक जोंस परिवार भी था. परिवार के ज्यादातर सदस्य दो लेन की सड़क के किनारे रहते थे. इसी परिवार से जुड़ी दो चचेरी बहनें कॉरडैर्ली जोंस और दिमित्रिया जोंस गांव के पिछले हिस्से में रहती थीं. दो मार्च 2019 तक यहां बड़ा जोंस परिवार रहा करता था. अब पूरा गांव मलबे का ढेर है. जोंस परिवार में अब सिर्फ कॉरडैर्ली और दिमित्रिया ही बचे हैं. सड़क किनारे पुश्तैनी घर में रहने वाले उनके 10 रिश्तेदार तूफान की भेंट चढ़ चुके हैं. मृतकों में दादा दादी, अंकल और सात चचेरे रिश्तेदार शामिल हैं.
कुछ रिश्तेदार अस्पताल में हैं जिनकी हालत गंभीर है. 275 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आए चक्रवाती तूफान के बाद अब दोनों बहनें दिन में मलबा छानती हैं, बीच में अस्पताल जाती हैं और शाम को रिश्तेदारों के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रही हैं. 28 साल की दिमित्रिया जोंस कहती हैं, "सब कुछ तबाह हो चुका है."
जोंस बहनों के पास अपने रिश्तेदारों के अंतिम संस्कार के लिए पर्याप्त पैसे भी नहीं हैं. अब लोग क्राउड फंडिंग के जरिए पैसा जुटाकर उनकी मदद कर रहे हैं. तीन मार्च को आया चक्रवाती तूफान इतना ताकतवर था कि मोबाइल होम उड़ गए. ईंटों से बने पक्के घर भी नेस्तानाबूद हो गए. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक यह मई 2013 के बाद आया सबसे विनाशकारी तूफान था.
बोरिगार्ड कस्बे और ली काउंटी ने टोरनैडो कम से कम 23 लोगों की जान ली है. मृतकों में छह साल के बच्चे से लेकर 89 साल के बुजुर्ग तक शामिल हैं. ली काउंटी में ही ऐसा परिवार भी है जिसके पांच सदस्य टोरनैडो में मारे गए.
(दुनिया के सबसे ताकतवर तूफान)
ओएसजे/एए (एपी)