दो मेजबानों के बीच वर्ल्ड कप का पहला मुकाबला आज
१९ फ़रवरी २०११भारतीय टीम के समर्थक वर्ल्ड कप के इस पहले मैच को हिसाब बराबर करने का मौका भी मान रहे हैं. भारत को अपनी संतुलित टीम पर भरोसा है और नए खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन के चलते धोनी के लिए आखिरी 11 खिलाड़ियों का चुनाव आसान नहीं होगा. हालांकि ऐसा लग रहा है कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस समस्या का हल निकाल लिया है. न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में उन्होंने सुरेश रैना से पहले विराट कोहली को उतारकर इसके संकेत भी दे दिए. उन्होंने कहा, "हमारे लिए नंबर चार की जगह बहुत अहम है. इस वक्त तो सबसे बड़ा झगड़ा इसी को लेकर है. गंभीर नंबर तीन पर आएंगे और कोहली को उनके साथ नंबर चार पर बैटिंग करनी चाहिए."
कोहली पर भरोसा
धोनी को कोहली पर काफी भरोसा है. वह कहते हैं, "कोहली ऐसे खिलाड़ी हैं जो विकेट पर शुरुआत में कुछ समय आराम से बिताना पसंद करते हैं. उसके बाद वह गेंदबाजों पर हमला करते हैं. और उनकी मौजूदा फॉर्म को देखते हुए उन्हें रैना के मुकाबले थोड़ा फायदा तो मिल सकता है."
धोनी ने यह भी संकेत दिया कि वह स्पिन गेंदबाजी की काबिलियत के चलते युवराज सिंह पर दांव खेल सकते हैं. उन्हें लगता है कि युवराज भले ही रन न बना पा रहे हों लेकिन अपनी गेंदबाजी से वह सब बराबर कर सकते हैं. कप्तान कहते हैं, "हम चार गेंदबाजों के साथ खेल रहे हैं. हमारे लिए एक पार्ट टाइम स्पिनर बहुत जरूरी है, खासकर अगर वह बाएं हाथ का गेंदबाज हो जो बाहर की ओर जाती गेंदें फेंक सके. युवराज बाकियों के ऊपर यहीं भारी पड़ते हैं."
लेकिन भारत की सबसे बड़ी ताकत उसकी विस्फोटक बल्लेबाजी है और वह सचिन तेंदुलकर के साथ वीरेंद्र सहवाग से धमाकेदार शुरुआत पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है. उसके बाद तो गौतम गंभीर, विराट कोहली, युवराज और खुद महेंद्र सिंह धोनी मध्यक्रम को संभाल सकते हैं. रही सही कसर को विशेष बनाने में यूसुफ पठान को महारत हासिल है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार