धूमधाम से मना दशहरा
२९ सितम्बर २००९यूं तो जर्मनी में दुर्गा पूजा कई शहरों में होती है लेकिन कोलोन का पूजा इस बीच देश का सबसे प्रसिद्ध आयोजन बन गया है. एक आयोजन जो श्रद्धालुओं को पूजा करने, संस्कृति का पोषण करने और पुरानी यादों को ताज़ा करने का अवसर देता है तो बहुत से दूसरे लोगों को एक दूसरे के संपर्क में आने का.
24 से 28 सितंबर तक हुई पूजा ने इस बार अच्छी ख़ासी संख्या में जर्मनों को भी आकर्षित किया. जर्मनी के संसदीय चुनाव से पहले हुआ यह आयोजन चुनाव अभियान की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण था. उद्घाटन समारोह में नॉर्थराइन वेस्टफैलिया प्रदेश के विदेशी मामलों के प्रभारी के अलावा कोलोन के मेयर फ़्रित्स श्राम्मा भी आए.
कोलोन शहर जर्मनी के पड़ोसी देशों फ़्रांस, बेल्जियम, हालैंड और लक्ज़ेमबर्ग के काफ़ी क़रीब है. इसलिए वहां रहने वाले भारतीय भी बड़ी संख्या में कोलोन का पूजा देखने आते हैं, जो पूजा के अलावा सांस्कृतिक आयोजनों के लिए भी मशहूर है.
पांच दिनों तक हर रोज़ पूजा और अर्चना तो हुई ही, चार शामों को भारत से आए अतिथि कलाकारों के अलावा जर्मनी के अन्य शहरों में रहने वाले भारतीय नृत्य व संगीतकारों का प्रदर्शन हुआ. साथ ही स्थानीय बच्चों ने भी पूजा के लिए खा़सकर तैयार थिएटर के ज़रिए अपनी कला की झलकी दिखाई.
रिपोर्ट: महेश झा
संपादन: सचिन गौड़