धोनी की राह खिलाड़ी बनाते हैं आसान
२८ जून २०११इन दिनों भारतीय टीम वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही है और पहला टेस्ट अपने खाते में दर्ज कर चुकी है. धोनी भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान बन गए हैं. सबीना पार्क में पहला टेस्ट वेस्ट इंडीज के खिलाफ 63 रन से जीतकर धोनी ने कप्तान के तौर पर अपनी 15वीं जीत दर्ज की. इतने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय धोनी खिलाड़ियों को ही देते हैं.
"मैं खुशनसीब हूं कि मुझे इतनी अच्छी टीम मिली. अहम बात यह है कि जिन खिलाड़ियों का आप नेतृत्व कर रहे हैं वे आपकी रणनीति पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं. कप्तान की रणनीति पर काम करने के लिए खिलाड़ी किस तरह से खुद को तैयार करते हैं. मैं बेहद भाग्यशाली रहा कि खिलाड़ियों ने मैदान में 100 फीसदी से ज्यादा दिया और मेरा जोर हमेशा इसी बात पर रहा. जीतना हमेशा मायने नहीं रखता लेकिन आपको बुनियादी बातों पर हमेशा अमल करना चाहिए."
वर्ल्ड कप जीतने के बाद धोनी एक और इतिहास बनाने के नजदीक आ गए हैं. अगर वह वेस्ट इंडीज को टेस्ट सीरीज में हरा पाने में कामयाब रहे तो ऐसी उपलब्धि पाने वाले वह पहले भारतीय कप्तान होंगे. भारत और वेस्ट इंडीज के बीच दूसरा टेस्ट ब्रिजटाउन में खेला जाना है. भारत टीम में कुछ बदलाव करने पर विचार कर रहा है.
स्पिनर अमित मिश्रा के स्थान पर मुनाफ पटेल को लाया जा सकता है ताकि तेज और उछाल लेती पिच का फायदा उठाया जा सके. धोनी का कहना है कि मैच की शुरुआत से पहले वह पिच का मिजाज पढ़ने की कोशिश करेंगे. उनके मुताबिक तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरना गलत फैसला नहीं रहना चाहिए क्योंकि तेज गेंदबाजों की भूमिका अहम रहेगी.
टेस्ट क्रिकेट में तीन हजार रन पूरे करने के लिए भारतीय कप्तान को 59 रन की जरूरत है. वहीं हरभजन सिंह भी 400 विकेट लेने की दहलीज पर खड़े हैं. 400 विकेट के आंकड़े से भज्जी सिर्फ 4 विकेट दूर हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह