नए परमाणु हथियार नहीं
७ अप्रैल २०१०अमेरिका ने मंगलवार को घोषित अपनी नई परमाणु रणनीति के तहत ग़ैर परमाणु देशों के ख़िलाफ़ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल न करने का वचन दिया है. उस स्थिति में भी कि अगर ये देश अमेरिका पर जैविक या रासायनिक हमला करते हैं. लेकिन ओबामा सरकार की इस नई परमाणु रणनीति के तहत परमाणु अप्रसार के नियमों की अनदेखी करने वाले देशों को तीखी चेतावनी दी गई है.
नई रणनीति की घोषणा करते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स ने कहा कि परमाणु आतंकवाद के निवारण के मुद्दे को नीति की कार्यसूची में ऊपर रखकर सही क़दम उठाया गया है, "अल क़ायदा द्वारा परमाणु हथियारों की लगातार तलाश, ईरान के जारी परमाणु प्रयासों और उत्तर कोरिया की परमाणु प्रसार की कोशिशों को देखते हुए यह तवज्जो सही है."
गेट्स ने कहा कि नई अमेरिकी रणनीति ईरान और उत्तर कोरिया को एक संदेश है. अगर वे नियमों का पालन नहीं करते, तो अमेरिका उनसे निपटने के लिए अपने सभी विकल्प खुले रखे हुए है. लेकिन गेट्स ने अमेरिका के लिए परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को अंतिम विकल्प बताया.
नई नीति के तहत अमेरिका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में परमाणु हथियारों की भूमिका को कम करेगा. उसमें पारंपरिक क्षमताओं के विस्तार, और रूस और चीन जैसी परमाणु शक्तियों के ख़िलाफ़ प्रतिरोध के लिए मौजूदा परमाणु हथियारों पर निर्भर होने का वचन दिया गया है.
विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि यह नीति अमेरिका की परमाणु प्राथमिकताओं में तब्दीली लाएगी, लेकिन उससे उसकी अपनी और अपने मित्र देशों की रक्षा करने की क्षमता पर असर नहीं पड़ेगा, "अमेरिका की परमाणु निवारण नीति पीढ़ियों से नैटो, प्रशांत क्षेत्र और अन्य स्थलों के हमारे ग़ैर परमाणु मित्रों को आश्वासन और सुरक्षा मुहैया करती रही है. इस नीति दस्तावेज़ में जिन नीतियों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई है, उनके तहत हम उस स्थिरताकारी भूमिका को जारी रख सकेंगे."
कांग्रेस में विपक्षी रिपब्लिकन ओबामा की परमाणु नीति की आलोचना कर रहे हैं. ऐरिज़ोना राज्य के सैनेटरों जॉन मैकेन और जॉन काइल ने एक साझा वक्तव्य में कहा है कि ओबामा सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि अमेरिकी जनता और अमेरिका के मित्र देशों के ख़िलाफ़ हमलों के निवारण के लिए सभी विकल्प खुले रखे जाएंगे.
इस बीच, परमाणु अप्रसार के अपने घोषित लक्ष्य के लिए काम जारी रखते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा गुरुवार को रूस के साथ नए परमाणु हथियारों में कटौती के समझौते पर हस्ताक्षर के लिए मॉस्को रवाना हो गए हैं. वॉशिंगटन लौटने पर वह अगले सप्ताह परमाणु सुरक्षा पर एक अंतरराष्ट्रीय शिखर बैठक की मेज़बानी करेंगे.
रिपोर्ट: गुलशन मधुर, वाशिंगटन
संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य