नम आंखों से अपनों को याद करता अमेरिका
११ सितम्बर २०११अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावास की श्रद्धाजंलि सभा दुखद खबर के साथ शुरू हुई. अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सेना के अड्डे में आतंकवादियों ने एक बड़ा हमला किया. विस्फोटकों से भरे ट्रक के जरिए किए गए इस आत्मघाती हमले में नाटो के 77 जवान घायल हो गए.
अफगानिस्तान से हजारों किलोमीटर दूर अमेरिका में अल कायदा के संभावित आतंकी हमले के खतरे के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था बेहद चौकस की गई है. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर वाली जगह पर एक स्मारक सार्वजनिक किया जाएगा. यह ट्विन टावरों पर हुए हमले में मारे गए लोगों के लिए बनाया गया है. वहां सभी मृतकों के नाम लिए जाएंगे. 10 साल बाद न्यूयॉर्क की सड़कों पर जगह जगह फिर से मेटल डिक्टेक्टर दिखाई पड़ रहे हैं. वॉशिंगटन और न्यूयॉर्क शहर में बड़े वाहनों की तलाशी ली जा रही है.
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के मुताबिक बीते हफ्ते उसे आतंकवादी हमले की चेतावनी मिली. चेतावनी में किसी एक अमेरिकी शहर को निशाना बनाने की बात कही गई है. सीआईए के मुताबिक हो सकता है कि आतंकवादी अमेरिका में घुस चुके हों. आशंका है कि आतंकियों में कुछ अमेरिकी नागरिक हैं.
हमले की दसवीं बरसी पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आतंकवाद के प्रति लड़ाई की प्रतिबद्धता दोहराई. बरसी की पूर्व संध्या पर उन्होंने कहा, "एक जिंदादिल राष्ट्र आगे बढ़ता रहेगा. बिना थके काम करने वाली हमारी सेना, खुफिया एजेंसियों, कानून लागू करने वाली एजेंसियों और घरेलू सुरक्षा एजेंसियों को धन्यवाद. इसमें कोई शक नहीं है कि आज अमेरिका मजबूत है और अल कायदा हार की राह पर है."
ओबामा वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क और पेनसिलवेनिया भी जाएंगे. न्यूयॉर्क में वह पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के साथ होंगे. हमले के वक्त बुश ही अमेरिका के राष्ट्रपति थे. श्रद्धाजंलि सभाओं के दौरान बीच में मौन भी रखा जाएगा. मौन का समय वही होगा जिस वक्त विमान ट्विन टावरों और पेंटागन से टकराए थे. पेनसिलवेनिया में विमान के चालक दल के साहस ने अपहर्ताओं से मुकाबला किया, पायलटों ने विमान को खाली जगह गिरा दिया.
श्रद्धाजंलि में विशेष तौर पर दमकल कर्मचारियों को भी याद किया जाएगा. ट्विन टावरों पर हुए हमले में 343 दमकल कर्मचारी मारे गए. इनमें से ज्यादातर लोगों को बचाने की कोशिश में मारे गए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन