पति को अमेरिकी राजनयिक ने मारा, पत्नी ने की खुदकुशी
७ फ़रवरी २०११मुहम्मद फहीम की बीवी शुमायला ने जहरीली गोलियां खा ली जिसके बाद उसे फैसलाबाद के अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों की कोशिश के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका. फैसलाबाद के एलॉयड अस्पताल के डॉक्टर यासीन हाशमी के मुताबिक, "फहीम की बीवी शुमायला की मौत हो गई है. डॉक्टरों ने उसे बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो कामयाब नहीं हो सके क्योंकि यहां लाने के कुछ ही देर बार उसकी मौत हो गई." स्थानीय पुलिस अधिकारी राणा आतिफ ने भी शुमायला के मरने की पुष्टि की है.
अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में मौजूद डॉक्टरों ने शुमायला को ये कहते सुना था, "सरकार बिना किसी कानूनी कार्रवाई किए ही रेमंड डेविस को रिहा कर देगी." स्थानीय टीवी चैनल दुनिया से भी शुमायला ने ये आशंका जताई थी कि डेविस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी. उसने कहा, "मैं सदमे में हूं और मैंने खुद को खत्म करने का फैसला किया है. हम खून के बदले खून चाहते हैं." फहीम के भाई मोहम्मद वसीम ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "18 साल की शुमायला अपने पति की मौत के बाद गहरे सदमे में थी. उसने चूहों को मारने वाली गोलियां खा ली."
27 जनवरी को डेविस ने भरे बाजार में दो युवकों को गोली मार दी. डेविस के मुताबिक इन दोनों पाकिस्तानी नागरिकों ने उसे लूटने की कोशिश की और इस दौरान आत्मरक्षा में उसने दोनों को गोली मारी. लाहौर पुलिस ने डेविस को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर दोहरे हत्या के आरोप में मुकदमा चलाया जा रहा है. हालांकि इस बीच अमेरिका अपने अधिकारी को राजनयिक विशेषाधिकार के आधार पर रिहा करने की मांग कर रहा है.
इन युवकों की मौत के बाद लाहौर में बड़ा बवाल मचा. वहां पहले से ही अमेरिका के खिलाफ लोगों में गुस्सा है. फहीम की बीवी की मौत के बाद अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई. ये लोग अमेरिका और डेविस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. पिछले महीने एक और पाकिस्तानी युवक की अमेरिकी दूतावास की एक गाड़ी से टकरा कर मौत हो गई थी. अमेरिकी टीवी चैनल एबीसी के मुताबिक डेविस अमेरिकी दूतावस मे निजी सुरक्षा अधिकारी हैं. वो इससे पहले अमेरिकी स्पेशल फोर्स के लिए काम कर चुके हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः महेश झा