पहले टी20 में भारत ने वेस्ट इंडीज को हराया
५ जून २०११यह जीत कई मायने में खास है. एक तो टीम ने वेस्ट इंडीज दौरे की शुरुआत जीत से की है, और फिर यह टी20 फॉर्मेट में भारत की वेस्ट इंडीज पर पहली जीत है. इससे पहले दोनों टीमें दो बार आमने सामने हुईं और दोनों बार भारत हार गया.
गिरकर संभले
इस मैच में सुरेश रैना की टीम आंकड़ों से नहीं खेल से खुद को बेहतर साबित करने उतरी. टॉस हार कर बैटिंग करने उतरी टीम के टॉप ऑर्डर ने हालांकि जौहर नहीं दिखाए. लेकिन मिडल ऑर्डर के करामाती खेल ने भारत के स्कोर को छह विकेट पर 159 तक पहुंचा दिया. उसके बाद गेंदबाजों ने भी कमी नहीं छोड़ी और कैरेबियाई टीम पांच विकेट पर 143 पर रोक दी गई.
हालांकि वेस्ट इंडीज के कप्तान डैरेन सामी ने भारत पर हावी होने के लिए कोई कसर नहीं उठा रखी. भारत के लिए हमेशा मुश्किल पैदा करती उछाल भरी पिच पर सैमी ने ही चार विकेट लिए. लेकिन पांचवें विकेट के लिए एस बद्रीनाथ और रोहित शर्मा की 71 रन की साझेदारी ने पासा पलट दिया. बद्री ने 43 और शर्मा ने 26 रन बनाए. लिहाजा एक वक्त चार विकेट 56 रन पर खो चुकी भारतीय टीम ने वापसी की.
उसके बाद यूसुफ पठान ने 6 गेंद में और हरभजन सिंह ने 7 गेंदों में 15-15 रन बनाकर वेस्ट इंडीज के लक्ष्य को मुश्किल बना दिया.
कैरेबियाई जवाब
भारतीय टीम का जवाब देने उतरे वेस्ट इंडीज के बल्लेबाज अपनी ही पिच पर पसर गए. वे हरभजन सिंह, प्रवीण कुमार और आर अश्विन की सधी हुई गेंदबाजी में ऐसे बंधे कि रन ही नहीं बना पाए. भज्जी ने 2 विकेट लिए जबकि कुमार, अश्विन और मुनाफ पटेल ने एक-एक खिलाड़ी को आउट किया.
हालांकि डैरेन ब्रावो ने 41 और क्रिस्टोफर बार्नवेल ने 16 गेंदों पर 34 रन बनाकर कोशिश तो बहुत की, लेकिन इससे सिर्फ हार का अंतर कम हुआ, नतीजा नहीं बदला.
रिपोर्टः पीटीआई/वी कुमार
संपादनः आभा एम