पाक से रिश्तों में नई शुरुआतः कैमरन
५ अप्रैल २०११मई 2010 के बाद प्रधानमंत्री डेविड कैमरन एक बार फिर पाकिस्तान जा रहे हैं. पिछले साल जुलाई में भारत यात्रा के दौरान उन्होंने जो कड़वी बातें पाकिस्तान के बारे में कही थीं, अब मौका उनसे पीछा छुड़ाने और रिश्तों में आए तनाव को खत्म करने का है.
नए युग के लिए
यात्रा से पहले जारी प्रधानमंत्री के भाषण की मुख्य बातों के मुताबिक कैमरन इस्लामाबाद में यूनिवर्सिटी के छात्रों से बातचीत में कहने वाले हैं, "आइए अपने रिश्तों में एक नई शुरुआत करें. यह वक्त ब्रिटेन-पाकिस्तान और ब्रिटिश-पाकिस्तानियों के बीच रिश्ते बनाने का है. आइए हम अपने देश, अपनी सरकारों और अपने लोगों के बीच रिश्तों के एक नए युग की शुरुआत करें. पुरानी गलतफहमियों को दूर करें, मौजूदा तनाव को हटाएं और भविष्य के मौकों की साथ मिल कर तलाश करें."
पिछले साल जुलाई में भारतीय शहर बैंगलोर की एक कारोबारी यात्रा के दौरान कैमरन ने कहा था कि पाकिस्तान को एक साथ आतंकवाद को बढ़ावा देने और सार्वजनिक रूप से इलाके में स्थायित्व के लिए काम करने की इजाजत नहीं दी जा सकती. ब्रिटिश अधिकारियों ने इस बयान के बारे में कहा कि इसमें पाकिस्तान की सरकार की तरफ इशारा नहीं किया गया. पाकिस्तान सरकार ने ब्रिटेन के प्रतिनिधि को इस बयान का मतलब समझाने के लिए तलब किया.
सरकार नहीं मुल्क
पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जलदारी ने इसके बाद के महीनों में लंदन का दौरा किया और दोनों नेताओं ने जोर दे कर कहा कि उनके रिश्ते टिकाऊ हैं. इसके साथ ही दोनों देशों ने आपस में खुफिया सूचनाओं के लेनदेन का भी वादा किया. कैमरन मंगलवार को इन बातों को दोहराते हुए कहने वाले हैं, "न टूटने वाले रिश्ते केवल हमारी दो सरकारों के बीच ही नहीं बल्कि दोनों मुल्कों के लोगों के बीच भी होने चाहिए."
अपनी एक दिन की पाकिस्तान यात्रा के दौरान कैमरन राष्ट्रपति जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी से मुलाकात करेंगे. उनके साथ जा रहे प्रतिनिधि मंडल में खुफिया एजेंसी एमआई 6 के प्रमुख जॉन सेवर्स और ब्रिटेन के सेना प्रमुख डेविड रिचर्ड भी हैं. दोनों देशों के नेताओं की मुलाकात ऐसे वक्त में हो रही है जब अफगानिस्तान में हिंसा जोरों पर है. अमेरिकी पादरी के कुरान जलाने के बाद यहां हुई हिंसा में अब तक 22 लोगों की जान गई है जिनमें सात संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार