1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

पाकिस्तान में ड्रोन हमलों में 17 की मौत

२ जनवरी २०११

पाकिस्तान में चार संदिग्ध अमेरिकी मिसाइल हमले हुए हैं जिसमें 17 चरमपंथी मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं. इन मिसाइल हमलों में चरमपंथियों की शरणगाह कहे जाने वाले उत्तरी वजीरिस्तान को निशाना बनाया गया.

https://p.dw.com/p/zsRa
तस्वीर: AP

पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि ड्रोन विमान ने मंडीखेल इलाके में दो मिसाइलें एक अहाते पर और दो मिसाइलें एक वाहन पर दागीं. उत्तरी वजीरिस्तान के मुख्य शहर मीर अली से यह इलाका करीब 15 किलोमीटर दूर है. इन हमलों में आठ लोगों की मौत हो गई और पांच लोग घायल हुए.

घोर गश्ती इलाके में भी तीन मिसाइलें दागी गईं जिसमें चार लोगों की मौत हुई. इस हमले के करीब एक घंटे बाद वाहन में सवार कुछ लोग उस अहाते के पास पहुंचे जहां मिसाइल हमला किया गया था. सुरक्षा अधिकारियों को शक है कि वे तालिबान चरमपंथी थे जो बचाव कार्य के लिए वहां गए. उसी वक्त ड्रोन हमला किया गया जिसमें पांच संदिग्ध चरमपंथियों की मौत हो गई और चार घायल हुए.

शनिवार दोपहर को उत्तरी वजीरिस्तान के बोया इलाके में एक और अमेरिकी ड्रोन हमला हुआ जिसमें पांच लोगों की मौत हुई और दो घायल हुए. नए साल के पहले दिन होने वाला यह चौथा हमला रहा. इससे पहले शुक्रवार को भी उत्तरी वजीरिस्तान में मिसाइल हमलों में पांच कथित तालिबान चरमपंथियों की जानें गईं. खुफिया अधिकारियों का दावा है कि ये चरमपंथी अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में सुरक्षा चौकी पर हमले के बाद लौट रहे थे.

उत्तरी वजीरिस्तान में ड्रोन हमलों की संख्या बढ़ गई है. 2010 में पाकिस्तान के कबायली इलाकों में लगभग 118 ड्रोन हमले किए गए जिसमें सबसे ज्यादा उत्तरी वजीरिस्तान में हुए. इन हमलों में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है.

हालांकि हताहतों की सही संख्या पर संशय है क्योंकि पत्रकारों की उस इलाके तक पहुंच न हो पाने के चलते दावों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकती है. अमेरिका पाकिस्तान पर भी दबाव बनाए हुए है कि वह कबायली इलाकों में चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई करे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी