पाकिस्तान में दो संदिग्ध फ्रेंच उग्रवादी गिरफ्तार
१५ अप्रैल २०११गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान शरफ दिन और जोहैब अफजल के तौर पर हुई है और उन्हें अभी पाकिस्तानी हिरासत में रखा गया है. एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया, "वे उग्रवादी ट्रेनिंग के लिए वजीरिस्तान जाने की योजना बना रहे थे और उनके पाकिस्तानी तालिबान के साथ रिश्ते हैं." इन पर 2002 के बाली बम धमाकों में शामिल होने का भी शक किया जा रहा है जिनमें 202 लोग मारे गए.
एक अन्य खुफिया अधिकारी ने भी गिरफ्तारियों की पुष्टि की है और बताया कि उन्हें लाहौर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान उन्होंने वजीरिस्तान जाने की अपनी योजना के बारे में बताया. अक्टूबर में संदिग्ध अमेरिकी ड्रोन हमले में आठ जर्मन उग्रवादियों की मौत के बाद पश्चिमी देशों में यह चिंता गहरा गई कि उनके यहां मौजूद चरमपंथी पाकिस्तान जा रहे हैं और यूरोप के शहरों में हमले करने की ट्रेनिंग ले रहे हैं.
पैरिस में खुफिया सूत्रों ने भी गिरफ्तारियों की पुष्टि है. इस्लामाबाद में फ्रांसीसी दूतावास के एक प्रतिनिधि ने बताया कि फ्रांस ने इन दोनों से मुलाकात के लिए पाकिस्तान सरकार से अनुमति मांगी है. अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 के आंतकवादी हमले के बाद जब अफगानिस्तान पर अमेरिकी हमला हुआ तो अल कायदा और तालिबान का साथ देने वाले बहुत से विदेशी उग्रवादी भाग कर पाकिस्तान चले गए. पाकिस्तान में हजारों अल कायदा और तालिबान उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया जिन्हें बाद में अमेरिका को सौंप दिया गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एन रंजन