पिछलग्गू हैं भारतीय ड्राइवर: फॉर्मूला-1 चीफ
२१ मई २०१०फ़ॉर्मूला वन रेसों में भारतीय ड्राइवर अपने नाम के अलावा कोई पहचान नहीं बना पा रहे हैं. फोर्स इंडिया टीम के मालिक विजय माल्या के मुताबिक ऐसी स्थिति में वह अपनी टीम में किसी भारतीय ड्राइवर को रखने का जोखिम मोल नहीं ले सकते. गुरुवार को दिल्ली में माल्या ने फॉर्मूला वन सुप्रीमो बर्नी एक्लेस्टोन से मुलाकात की. इस दौरान माल्या ने कहा, ''फिलहाल कोई भी भारतीय पायलट ऐसा नहीं है जिसमें ट्रैक पर बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता है.''
माल्या के मुताबिक वह चाहते हैं कि उनकी टीम में कोई भारतीय ड्राइवर हो लेकिन निराशा में उन्होंने कहा, ''मैं भारतीय ड्राइवर को बेहद पसंद करूंगा. लेकिन मैं मूर्ख नहीं हूं और देख सकता हूं कि ऐसा करने से सिर्फ लोकप्रियता ही मिलेगी.'' भारतीय उद्योगपति का कहना है कि वह ट्रैक पर बेस्ट टीम ही उतारेंगे. माल्या का इशारा करुण चंडोक की तरफ था. भारतीय ड्राइवर करुण चंडोक हिस्पानिया टीम का हिस्सा हैं. वह इसी साल फ़ॉर्मूला वन ट्रैक पर उतरे हैं लेकिन अभी तक कोई अंक हासिल नहीं कर पाए हैं.
फॉर्मूला वन सुप्रीमो बर्नी एक्लेस्टोन चंडोक परिवार के अच्छे मित्र हैं. लेकिन पेशेवर मामला आते ही वह विजय माल्या की राय का समर्थन करते हैं. दिल्ली में उन्होंने कहा, ''एक ऐसे भारतीय ड्राइवर को चुनना जो सिर्फ दूसरों के पीछे ही दौड़ता रहे, नुकसानदेह है.'' एक्लेस्टोन के मुताबिक सिर्फ शान या नाम के लिए भारतीय ड्राइवर को चुनना विजय माल्या या उनकी फोर्स वन टीम के लिए घाटे का सौदा होगा.
माल्या की टीम में फिलहाल एंड्रियान सुटिल और वेलेटिनियो लिउजी है. खराब शुरूआत के बाद बीते साल से फोर्स इंडिया के प्रदर्शन लगातार बेहतर होता जा रहा है. 2009 में फोर्स इंडिया के गिआनकार्लो फिजिकेला बेल्जियम ग्रां प्री में दूसरे स्थान पर आए थे. हालांकि अब फिजिकेला फेरारी का हिस्सा हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार