पुणे धमाकाः हिंदू गुट का हाथ भी संभव
२३ फ़रवरी २०१०महाराष्ट्र सरकार के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया, "हमने इस धमाके में किसी दक्षिणपंथी हिंदू संगठन का हाथ होने से इनकार नहीं किया है." पुणे की जर्मन बैकरी पर 13 फ़रवरी को हुए धमाके में 15 लोग मारे गए. मरने वालों में कई विदेशी भी हैं.
अधिकारी ने बताया कि पुणे दक्षिणपंथी हिंदू गतिविधियों का मुख्य केंद्र रहा है. इसलिए धमाके की जांच में इस बात पर भी ग़ौर किया जाएगा कि कहीं इसके पीछे किसी दक्षिणपंथी हिंदू संगठन का हाथ तो नहीं है. हालांकि अभी इस सिलसिले में किसी गुट के शामिल होने की पुष्टि नहीं की गई है.
हाल में कुछ मीडिया रिपोर्टों में पुणे धमाके के तार अभिनव भारत से जुड़े होने का संदेह जताया गया. इस संगठन की मुखिया हिमानी सरकार हैं जो महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडेस की पोती हैं.
पुणे धमाके की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपे जाने के बारे में आई मीडिया रिपोर्टों पर इस वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि आंतकवाद निरोधक दस्ता इस मामले की जांच करता रहेगा. केंद्र से अभी ऐसे संकेत नहीं मिले है कि जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को दी जा सकती है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एम गोपालकृष्णन