पुणे पर जीत के साथ कोलकाता की उम्मीदें बरकरार
२० मई २०११यह मैच दिलचस्प था क्योंकि इसमें सौरव गांगुली अपनी पुरानी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेल रहे थे. लेकिन वह कुछ खास कर नहीं पाए.
कोलकाता की पारी
पुणे ने उन्हें 119 रन का टारगेट दिया, जो कोलकाता ने 20 गेंद बाकी रहते ही हासिल कर लिया. कप्तान गंभीर ने अपनी टीम की कमान संभाली और उसकी जीत की नींव तैयार की और उस पर इमारत भी बनाई. उन्होंने बैटिंग की शुरुआत की और 46 गेंदों पर 54 रन की पारी खेली. हालांकि उनके साथी एसपी गोस्वामी (6) जल्दी आउट हो गए. लेकिन इससे टीम पर कोई खास असर नहीं पड़ा. गंभीर ने एमके तिवारी के साथ मिलकर बढ़िया साझेदारी बनाई. दूसरा विकेट तिवारी के रूप में 53 के कुल स्कोर पर गिरा.
फिर गंभीर और यूसुफ पठान की जोड़ी ने स्कोर को आगे बढ़ाया. पठान 29 रन बनाकर आउट हुए. आखिर में आर भाटिया का साथ भी गंभीर ने ही दिया और जीत का लक्ष्य सिर्फ तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया.
पुणे की पारी
पुणे वॉरियर्स का कोई बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं बना पाया. उनकी शुरुआत ही खराब हुई. 9 के कुल स्कोर पर जेसी राइडर सिर्फ एक रन बनाकर आउट हो गए. मनीष पांडेय और सीजे फर्गुसन भी 16-16 रन ही बना सके. सौरव गांगुली (18), रॉबिन उथप्पा (12) और एस राणा (18) भी ज्यादा आगे नहीं बढ़ सके. सबसे ज्यादा 24 रन कप्तान युवराज सिंह ने बनाए. लेकिन यह सब मिलाकर भी 20 ओवर में सात विकेट पर 118 रन ही बना पाए.
केकेआर के लिए साकिब अल हसन, यूसुफ पठान और एल बालाजी ने दो-दो विकेट लिए.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ईशा भाटिया