पोप बेनेडिक्ट जर्मनी के राजकीय दौरे पर
२२ सितम्बर २०११पोप अपनी मातृभूमि के दौरे पर आ रहे हैं और उनके तीसरे दौरे पर उनसे लोगों की उम्मीदें भी हैं.यौन शोषण कांड के सामने आने के बाद कैथोलिक चर्च पिछले समय के सबसे गंभीर संकट से गुजर रहा है. पिछले साल पौने दो लाख लोगों ने गिरजे की सदस्यता छोड़ी और जो बच गए हैं वे सुधारों की मांग कर रहे हैं. यूं तो जर्मनी में लगभग ढ़ाई करोड़ लोग कैथोलिक संप्रदाय के हैं लेकिन उनमें से लगभग तीन लाख ही नियमित रूप से गिरजे में जाते हैं.
बुंडेसटाग में भाषण देने वाले पहले पोप
84 वर्षीय पोप अपने चार दिनों के दौरे पर बर्लिन, एयरफुर्ट और फ्राइबुर्ग जाएंगे. 2005 और 2006 की धार्मिक यात्राओं के बाद यह उनका पहला राजकीय दौरा है. वे इस दौरे पर जर्मन संसद बुंडेसटाग को संबोधित करेंगे. जर्मन संसद को संबोधित करने वाले वे पहले पोप हैं.
लगभग 100 विपक्षी सांसद इसका विरोध भी कर रहे हैं, क्योंकि वे इसे राज्य की धार्मिक तटस्थता का हनन मानते हैं. उन्होंने पोप के भाषण का बहिष्कार करने की घोषणा की है. इसके समांतर पोप के दौरे और उनकी लैंगिक और सेक्स संबंधी नीति के खिलाफ बर्लिन में एक विरोध प्रदर्शन होगा जिसमें ये सांसद हिस्सा लेंगे. आयोजक 20 हजार लोगों के आने की उम्मीद कर रहे हैं.
जर्मन राष्ट्रपति क्रिश्टियान वुल्फ पोप का वेलेव्यू महल में सैनिक सम्मान के साथ स्वागत करेंगे और उनके साथ अधिकांश कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. चांसलर अंगेला मैर्केल से पोप की मुलाकात बर्लिन की कैथोलिक अकादमी में आधे घंटे के लिए होगी. अपने दौरे पर वह संवैधानिक अदालत के जजों और पूर्व चांसलर हेल्मुट कोल से भी मिलेंगे.
महत्वपूर्ण धार्मिक कार्यक्रम
पोप जिन धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे उनके विशाल सभा में बदल जाने की संभावना है जिनमें ढ़ाई लाख लोग भाग लेंगे. गुरुवार को वह बर्लिन के ओलंपिया स्टेडियम में प्रवचन देंगे जहां 70 हजार लोगों के जमा होने की उम्मीद है.
शुक्रवार को पोप एयरफुर्ट के निकट स्थित ऐतिहासिक गिरजे के निकट 20 हेक्टर मैदान पर 50 हजार समर्थकों के साथ भोज समारोह में हिस्सा लेंगे. शनिवार को एयरफुर्ट के डोम प्लात्स पर बड़ी प्रार्थना सभा होगी जबकि फ्राइबुर्ग में वह युवाओं से मिलेंगे. रविवार को फ्राइबुर्ग के सिटी एयरपोर्ट परिसर में प्रार्थना सभा में दसियों हजार लोगों के भाग लेने की संभावना है.
पोप के दौरे का खर्च
आयोजकों के अनुसार पोप के दौरे पर ढाई से तीन करोड़ यूरो का खर्च होगा. यह जर्मनी में कैथोलिक गिरजे के हर सदस्य पर लगभग एक यूरो का खर्च है. इसके अलावा पोप की सुरक्षा और जिन समारोहों में वे भाग लेंगे, उसकी सुरक्षा पर होने वाला खर्च अलग है. इसका वहन जर्मन सरकार करेगी. जर्मन गृह मंत्रालय ने इस खर्च का ब्यौरा नहीं दिया है. पोप अमेरिकी राष्ट्रपति के बाद सबसे अधिक सुरक्षा वाले नेता हैं.
अपने पिछले दौरों की तरह पोप यहूदी, मुस्लिम और ऑर्थोडॉक्स गिरजे के प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे. जर्मनी के प्रोटेस्टेंट चर्च के प्रतिनिधियों से उनकी 35 मिनटों की मुलाकात एयरफुर्ट की ऑगुस्टीन मोनेस्ट्री में होगी, जो मार्टिन लूथर का कार्यस्थल रहा है. उसके बाद वे एक साझा प्रार्थना सभा में हिस्सा लेंगे.
चर्च सुधारकों की उम्मीदें
चर्च के अंदर सुधारों के लिए संघर्ष कर रहे दलों को पोप के दौरे से काफी उम्मीदें हैं. लेकिन वे प्रोटेस्टेंट चर्च के साथ सुलह की दिशा में, खासकर शाम में मिलजुलकर खाने के मामले में, पोप की ओर से हार्दिक कदम उठते नहीं देख रहे. इसके अलावा वे कैथोलिक गिरजे की प्राचीन लैंगिक और सेक्स नीति का भी विरोध कर रहे हैं तथा महिलाओं को चर्च का अधिकारी बनाने और ब्रह्मचर्य के नियम की समाप्ति की मांग कर रहे हैं.
सुधार समर्थक संगठन "हम गिरजा हैं" पोप से बिना किसी रोकटोक के खुले संवाद की अनुमति देने की मांग कर रहा है. प्रोटेस्टेंट गिरजे के प्रमुख निकोलाउस श्नाइडर को भी पोप के साथ बातचीत में ईसाई एकता और विभिन्न धार्मिक आस्था वाले दम्पतियों और परिवारों की स्थिति में बेहतरी की उम्मीद है. बहुत से लोग पोप से कैथोलिक संस्थानों में यौन शोषण के शिकार हुए लोगों से मिलने की भी मांग कर रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए कुमार