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प्यारे लम्हों को संजोती एक वेबसाईट

१६ मार्च २०१२

दुनिया बेहद खूबसूरत है और कहीं न कहीं सभी इसकी खूबसूरती से रूबरू होते हैं. किसी सुंदर नजारे को देखकर यह तमन्ना भी होती है कि इसे दूसरों को भी बताया जाए. ऐसे लोगों के लिए पिंटरेस्ट वेबसाईट वरदान साबित हो रही है.

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तस्वीर: AP

इस वेबसाइट पर लोग अपनी पसंद के फोटो, इस फोटो शेयरिंग वेबसाइट पर लोड करते हैं. साफ सुथरी और आसानी से उपयोग की जाने वाली इस वेबसाइट ने कम समय में ही लोकप्रियता के मामले में इतिहास रच दिया है. एक करोड़ लोग हर महीने इस वेबसाइट पर लॉग इन कर रहे हैं. यह संख्या फेसबुक और ट्विटर जैसी प्रसिद्ध सोशल नेटवर्किंग साइट से भी अधिक है.

वेबसाईट के बारे में ये भी कहा जा रहा है कि पुरूषों की तुलना में महिलाएं इसका उपयोग अधिक करती हैं. नए फैशन ट्रेंड्स के बारे में जानकारी जुटाने, शादी ,घर सजाने की प्लानिंग और फोटो शेयर करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. डेवेनपोर्ट के अस्पताल की सचिव एंजेला बिट्ज के अनुसार " साईट का डिजाइन इस तरह तैयार किया गया कि यह हर किसी के लिए आसान हो. वे इस वेबसाइट से घर को सजाने और खाना बनाने के नए आइडिया लेती हैं." वे कहती है इस पर आप अपनी और अपने दोस्तों की रुचि के विषय तलाश सकते हैं.

पिनबोर्ड

पिंटरेस्ट के सह संस्थापक बेन सिलबर ने एक कार्यकम में वेबसाइट की नीतियों के बारे में काफी विस्तार से जानकारी दी. उन्होनें कहा कि लोग इसे काफी बारीकी से देख रहे हैं. शिकागो के इलिनोइस विश्वविद्यालय के प्रोफेसर स्टीव जोंस के अनुसार " यह वेबसाइट बिलकुल कॉलेज और होस्टल के कमरो में लगे बुलेटिन बोर्ड की याद दिलाता है." वे कहते हैं यह मुझे हाईस्कूल के दिनों की अपनी गर्लफ्रेंड की याद भी दिलाता है जो पत्रिकाओं से फोटो काटकर उसे दीवार पर लगा देती थी. यह वेबसाइट उसी तरीके का डिजिटल और आधुनिक रूप है.

अपना अपना बोर्ड

फिलहाल पिंटरेस्ट वेबसाईट से जुड़ने के लिए वेबसाईट को रिकवेस्ट भेजना होती है. या फिर पहले से हा इससे जुडा़ कोई दोस्त भी आपको इससे जोड़ सकता है. एक बार वेबसाईट से जुड़ जाने पर आप यहां अपने नाम का बोर्ड बना सकते हैं. जैसे जैसे आपको अच्छी तस्वीरे मिलती है आप इस पर लगा सकते हैं.

ब्रुकलिन की इंटीरियर डिजाइनर जेनिफर लेवी के अनुसार "यहां केवल फोटो होते हैं. शब्दों से भरे वेब पेज की भीड़ से यह ज्यादा बेहतर है." जेनिफर अक्सर इसका इस्तेमाल करती है और उसे इससे प्रेरणा मिलती है.

वेबसाइट की और से कहा गया है कि यह साइट विज्ञापन के लिए या केवल लाभ कमाने के लिए शुरू नहीं की गई है. यह दूसरी इंटरनेट कंपनियों की ही तरह है. फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट की शुरूआत भी लाभ कमाने के लिए नहीं की गई थी. लेकिन आज दोनो ही साइट लाभ कमा रही है. पिंटरेस्ट ने भी लाभ कमाने की दूरगामी योजना तैयार की है लेकिन फिलहाल यह उसकी प्राथमिकता नहीं है.

महिलाएं ज्यादा

इंटरनेट ट्रेकिंग कंपनी कॉमस्कोर के अनुसार दूसरी वेबसाइटों पर पुरूष सबसे अधिक सक्रिय रहते हैं लेकिन पिंटरेस्ट पर महिलाओं का बोलबाला है. अनुमान है कि 68 प्रतिशत महिलाएं वेबसाइट का इस्तेमाल करती हैं. इनमें से आधी संख्या 35 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं की है.

एक विश्लेशक रेबेका के अनुसार" इस वेबसाइट की लोकप्रियता की बड़ी वजह यह भी है कि यह उपयोग में बेहद आसान है. यहां से पिक्चर डॉउनलोड करने के लिए कोई बंदिश नहीं है."

लेकिन यह हर किसी के लिए उपयोगी भी नहीं है यह कहना है लॉरी कॉमन का. उन्हें उनके एक दोस्त ने इस वेबसाइट से जुड़ने की सलाह दी थी. तीन माह पहले वे इससे जुड़ गए. लेकिन कोई जानकारी हासिल करने के लिए जब वेबसाइट पर पहुंचते हैं तो बड़े शानदार फोटो मिलते हैं. लेकिन जब उसके बारे में जानकारी हासिल करना होती है क्लिक पर क्लिक करने के बाद भी फोटो या उस रेसिपी की जानकारी नहीं मिल पाती जो आपको पसंद है. हालांकि ऐसा नहीं है कि सिर्फ महिलाएं इस वेबसाइट को इस्तेमाल करती हों. 30 साल के डिजाइनिंग पढ़ रहे गुइलाउमे ड्रिस्कोल कहते हैं कि वह और उनकी गर्ल फ्रेंड भी इस वेबसाइट का इस्तेमाल करती हैं. यहां आने से पहले भी उन्हें कपड़ों का शौक था लेकिन अपनी साथी दोस्तों की तरह नहीं. लेकिन अब वह अपनी स्टाइल के बारे में सोचते हैं. वहीं सिल्बरमान पिंटरेस्ट पर डिजाइन, होम डेकोरेशन, कुकिंग और फिटनेस की मैगजीन्स के लिए हैं. लेकिन अब उन्हें राजनीतिक व्यंग्य पर भी मजा आने लगा है. हर दिन एक बोर्ड तो ऐसा होता जिसे देख कर आप सोच में पड़ जाते हैं कि लोग पिन बोर्ड को कैसे इस्तेमाल करते हैं. यह देखना बहुत रोचक है.

चिंताएं भी

हालांकि कॉपीराइट मामलों को लेकर भी वेबसाइट की चिंताए हैं. वकीलों के अनुसार इसका कानूनी पक्ष दूसरी मशहूर वेबसाइट यू-ट्युब ,फेसबुक की तरह ही है. 1998 में वेबसाइटों के लिए बनाया गया कानून इसमें सहायक है.

पिंटरेस्ट को 2009 में रजिस्टर्ड करवाया गया था. लेकिन पिछली गर्मियों में इसकी लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा हुआ. कॉमस्कोर के अनुसार पिछले माह वेबसाइट को यूएस के 17.8 मिलियन लोगों ने देखा था. जनवरी में यह संख्या 11.7 और नवंबर में 4.9 मिलियन थी. कॉमस्कोर के विश्लेषक एन्ड्रयू लिप्समन के अनुसार उन्होंने ऐसी वेबसाइट नहीं देखी जिसके इतने सारे यूजर्स हों.

रिपोर्ट: एपी/रॉयटर्स/जे.व्यास

संपादन: आभा मोंढे

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