फटकार के बाद यूनुस पर नरम हुई पीसीबी
१३ अक्टूबर २०१०लाहौर में यूनुस ने एक प्रेस कांफ्रेस ने बताया, "मैं पत्र में और ज्यादा की उम्मीद कर रहा था लेकिन इसमें सिर्फ यह कहा गया है कि मैं चेयरमैन से मिलूं और मुझे ऐसा करने में कोई परेशानी नहीं है. मैं सोचता हूं कि अगले दो या तीन दिन में चेयरमैन से मिलने का वक्त मिल जाएगा और मैं उनसे मिलूंगा."
खेल मामलों पर पाकिस्तानी संसदीय समिति ने पीसीबी को निर्देश किया कि वह सात दिन के भीतर वह यूनुस की बात सुने. यूनुस उन सात खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें मार्च में ऑस्ट्रेलियाई दौरे में बेहद खराब प्रदर्शन के बाद या तो प्रतिबंध या जुर्माना भुगतना पड़ा था. लेकिन बाद में एक अपीली ट्राइब्यूनल ने उनका प्रतिबंध भी हटा दिया और जुर्माना भी कम कर दिया.
पूर्व कप्तान यूनुस ने कहा कि वह फिर से पाकिस्तान के लिए खेलना चाहते हैं लेकिन अपने भविष्य के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं. उनके मुताबिक, "अपने देश के लिए कौन नहीं खेलना चाहता है. लेकिन बोर्ड चेयरमैन से मुलाकात से पहले मैं अपने भविष्य को लेकर कुछ नहीं कह सकता हूं." यूनुस इस वक्त लाहौर में हैं और वह राष्ट्रीय टी20 चैंपियनशिप में पेशावर की टीम की कप्तानी कर रहे हैं.
यूनुस पर लगे बैन को खत्म करने वाले अपीली पैनल ने पीसीबी से कहा है कि अगर बोर्ड को लगता है कि यूनुस ने नियम तोड़े हैं तो उनके खिलाफ ताजा कार्यवाही शुरू की जाए. लेकिन इस ट्राइब्यूनल का यह भी कहना है कि बोर्ड के चेयरमैन किसी भी खिलाड़ी को माफ कर सकते हैं. लेकिन बट ने अब तक पूर्व कप्तान को कोई क्लीन चिट या राष्ट्रीय टीम में जगह देने से इनकार दिया है. वह पहले यूनुस से मिल कर उनके प्रतिबंध का विवाद सुलझाना चाहते हैं.
इस बीच यूनुस यूएई में खेली जाने वाली पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका की सीरीज को एक चुनौती मानते हैं. वह कहते हैं, "यह पाकिस्तान के लिए आसान नहीं होगी क्योंकि दक्षिण अफ्रीका इस इरादे से यूएई आएगा कि उसे यह सीरीज जीतनी है. उनके पास अच्छे खिलाड़ी भी हैं. इनमें ऐसे स्पिनर भी हैं जो वहां के हालात से सही तरह निपट सकते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह