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फलीस्तीनियों को प्लेग होने की मांगी दुआ!

३० अगस्त २०१०

इस्राएल के एक रब्बाई के 'आग उगलते' प्रवचन ने इस्राएल और फलीस्तीन के बीच शुरू होने वाली शांति वार्ता से पहले ही कड़वाहट भर दी है. इस धार्मिक नेता ने अपने प्रवचन में फलीस्तीन और इसके नेता महमूद अब्बास की मौत की कामना की.

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तस्वीर: picture alliance/dpa

इस्राएल की सरकार में सहयोगी धार्मिक पार्टी शास के धार्मिक अध्यक्ष ओवादिया योसेफ ने शनिवार को एक प्रवचन के दौरान कहा, "अबू मेजन और इन सब बुराइयों का दुनिया से खात्मा हो जाना चाहिए. ईश्वर को इस्राएल से नफरत करने वाले इन लोगों और फलीस्तीनियों पर प्लेग का कहर बरपाना चाहिए." अबू मेजन फलीस्तीनी नेता महमूद अब्बास का लोकप्रिय नाम है. 89 साल के रब्बाई यूसुफ का यह भाषण रविवार सुबह इस्राएल रेडियो पर प्रसारित किया गया.

इस्राएल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतानयाहु ने खुद को रब्बाई की इस टिप्पणी से अलग कर लिया है. उन्होंने कहा कि इस्राएल फलीस्तीन के साथ एक शांति समझौते पर पहुंचना चाहता है और पड़ोसी के साथ अच्छे संबंध चाहता है. प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया, "इस टिप्पणी में कही गई बातें प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतानयाहु या इस्राएल की सरकार के विचार नहीं हैं."

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नेतानयाहु ने खुद को बयान से अलग किया.तस्वीर: AP

लेकिन दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहे दुनिया के कई देशों को धार्मिक नेता की बातें नागवार गुजरी हैं. अमेरिका ने इस टिप्पणी को भड़काने वाली और शांति की कोशिशों में बाधक बताया. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पीजे क्राउले ने कहा, "जब हम शांति वार्ता को दोबारा शुरू करने की ओर बढ़ रहे हैं तो दोनों पक्षों को चाहिए कि इसमें बाधा न पहुंचाएं बल्कि मदद करें."

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का प्रशासन इसी हफ्ते इस्राएल और फलीस्तीनी इलाके के बीच शुरू होने वाली बातचीत की मेजबानी कर रहा है. इस बातचीत के जरिए मिडल ईस्ट में दो साल से अटकी पड़ी शांति प्रक्रिया को दोबारा पटरी पर आने की उम्मीद की जा रही है.

इराक में पैदा हुए रब्बाई योसेफ पहले भी इस तरह की टिप्पणियां कर चुके हैं. 2001 में फलीस्तीनी क्रांति के वक्त उन्होंने 'अरब लोगों के सर्वनाश' की अपील करते हुए कहा था कि इन लोगों पर दया दिखाना गलत है. हालांकि बाद में अपनी बात से पलटते हुए उन्होंने कहा कि वह तो आतंकवादियों के बारे में बात कर रहे थे.

योसेफ की ताजा टिप्पणियों पर फलीस्तीनियों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उसके मुख्य वार्ताकार साएब एरेकात ने कहा है कि रब्बाई की टिप्पणी फलीस्तीनी लोगों के खिलाफ नरसंहार की अपील करने के बराबर हैं. उन्होंने कहा, "रब्बाई की टिप्पणी बातचीत की प्रतिक्रिया के लिए हमारी सारी कोशिशों का अपमान हैं."

उधर शास पार्टी के नेता और उप प्रधानमंत्री इली यिशाई ने रब्बाई की टिप्पणियों पर कुछ भी कहना से इनकार कर दिया है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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