फुटबॉलर ने अपना ही घर 'फूंका', गिरफ्तार
२६ सितम्बर २०११स्पोर्ट्स न्यूज एजेंसी एसआईडी ने जिला अटॉर्नी थॉमस श्टाइनक्राउस-कॉख के हवाले से कहा है कि अभियोक्ताओं ने इस डर से ब्रेनो को गिरफ्तार किया है कि कहीं वह भाग न जाएं और कानून प्रक्रिया में बाधा खड़ी हो.
श्टाइनक्राउस-कोख ने कहा कि उन्हें इस बात का संदेह है कि 21 साल के ब्रेनो ने खुद अपने घर में आग लगाई. पिछले सोमवार को उनका बंगला आग की लपटों में घिर कर राख हो गया. ब्रेनो को सांस के जरिए शरीर में धुआं चले जाने के कारण कुछ समय के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जाता है कि आग बेसमेंट में बने गेस्ट हाउस से शुरू हुई.
हताशा का परिणाम!
2008 में साओ पाउलो से बार्यन में शामिल होने वाले ब्रेनो उस वक्त घर पर अकेले थे, जब आग लगी. उनकी पत्नी रेनाता, उनका बेटा और रेनाता के पिछले पति से उनके दो बच्चे घर पर नहीं थे. घर में आग लगने से दसियों लाख यूरो का नुकसान हुआ है.
जर्मन मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि ब्रेनो ने माक्स प्लांक मनोविज्ञान संस्थान के एक डॉक्टर से सलाह मशविरा किया. बायर्न ने पुष्टि की है कि उन्होंने ब्रेनो को मनोविज्ञानियों की मदद लेने की सलाह दी. मीडिया के मुताबिक ब्रेनो घुटनों में दर्द से पीड़ित हैं, जिसके कारण उन्हें अपने करियर को लेकर खतरा महसूस होता है.
जर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा में छह मैचों के बाद बायर्न म्यूनिख सबसे ऊपर है. मंगलवार को यूरोप के सबसे बड़े लीग मुकाबले चैंपियंस लीग में उसे अपने ही ग्राउंड पर मैनेचेस्टर सिटी के खिलाफ खेलना है. लेकिन इस सीजन में अब तक ब्रेनो को खेलने का मौका नहीं मिला है. तीन सीजनों में वह सिर्फ 21 बार लीग मुकाबलों में उतरे हैं. वह छह महीने न्यूरेम्बर्ग टीम में भी रह कर बायर्न में लौट आए हैं.
ब्रेनो का बचाव
बायर्न म्यूनिख के प्रेसीडेंट उली होएनेस ने ब्रेनो की गिरफ्तारी पर म्यूनिख के अभियोक्ताओं की आलोचना की है. उन्होंने कहा, "वे जो कर रहे हैं, वह भयंकर गलती है. जमीन पर पड़े हुए व्यक्ति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाने को स्वीकार नहीं किया जा सकता."
होएनेस ने ब्रेनो पर जानबूझ कर अपने घर में आग लगाने को आरोप को खारिज करते हुए कहा, "वह जर्मन भी नहीं बोलते हैं और न ही उनके पास जर्मन पासपोर्ट है. वह बायर्न म्यूनिख के लिए काम करते हैं, इसलिए वह कहीं और काम नहीं कर सकते."
ब्रेनो 18 साल की उम्र में म्यूनिख आए थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ए जमाल