फेटल की बाजीगिरी पर बवाल
२५ मार्च २०१३फेटल की रेड बुल टीम ने उन्हें आदेश दिया था कि वह आगे चल रहे मार्क वेबर को जीतने दें. लेकिन आखिरी कुछ राउंड में उन्होंने खतरनाक ढंग से गाड़ी चलाते हुए जीत हासिल कर ली. इसके बाद यह सवाल भी उठने लगा है कि फॉर्मूला वन रेस में ड्राइवर अहम है या टीम.
सेपांग की ट्रैक पर हुई इस रेस में फेटल की ही तरह मर्सिडीज के नीको रोजबर्ग को भी उनकी टीम ने आदेश दिया कि वह लुइस हैमिल्टन से पीछे रहें. रोजबर्ग ने इस आदेश को माना और हैमिल्टन तीसरे नंबर पर रहे.
रेस के बाद फेटल ने अपनी टीम से माफी मांगी. आखिरी पड़ाव यानी पिट स्टॉप के बाद टीम ने कहा था कि ड्राइवर अपनी अपनी जगह पर बने रहें यानी अपनी टीम के ड्राइवर से आगे न निकलें. टीम की रणनीति थी कि इसकी मदद से रेड बुल को ज्यादा अंक मिल सकेंगे. लेकिन फेटल की वजह से इस पर पानी फिर गया.
लगभग चार साल से फॉर्मूला वन में बेहतरीन गाड़ी चला रहे फेटल को मिषाएल शूमाखर के बाद का सबसे बड़ा ड्राइवर माना जा रहा है, जो मृदुभाषी और जमीन से जुड़ा था. लेकिन हाल के कुछ दिनों में उनकी छवि बदलनी शुरू हो रही है.
जर्मन अखबार सुडडॉयचे साइटुंग ने सोमवार को टिप्पणी की, "सेबास्टियन फेटल को अब एक अहंकारी ड्राइवर की छवि के साथ जीना होगा, जो टीम को सिर्फ तब याद करता है, जब उसका फायदा हो रहा हो." इस सीजन के कुल 19 में से अभी सिर्फ दो रेस हुए हैं यानी टीम वर्क की जरूरत है. अगर वेबर और फेटल के बीच मनमुटाव बढ़ता है, तो इसका असर रेड बुल की टीम पर पड़ेगा.
ब्रिटेन के गार्डियन अखबार ने लिखा है कि रेड बुल के प्रतिद्वंद्वी गृह युद्ध की स्थिति में पहुंच गए हैं, जबकि जर्मन अखबार बिल्ड का कहना है कि "अब उनका सबसे बड़ा दुश्मन खुद उनकी टीम में ही है."
रेड बुल मोटरस्पोर्ट प्रमुख हेलमुट मार्को का कहना है कि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी और टीम के प्रिंसिपल क्रिस्टियान हॉर्नर कहते हैं कि अब 14 अप्रैल को चीन में होने वाले फॉर्मूला वन रेस में फेटल की जवाबदेही बढ़ जाएगी.
इस फर्राटा रेस के ड्राइवर टीमों से जुड़े होते हैं, जो उन्हें तनख्वाह देते हैं. हर सीजन में ड्राइवर और टीम दोनों को पुरस्कार दिया जाता है. ऐसे में टीम और ड्राइवरों का टकराव होता रहता है.
टीम हमेशा इस बात पर ध्यान देती हैं कि भले ही उनके ड्राइवर जीत हासिल न कर पाएं लेकिन कम से कम रेस पूरी करें और शुरुआती 10 ड्राइवरों में शामिल हों, ताकि उन्हें कुछ अंक मिलते रहें.
एजेए/एमजी (डीपीए)