फ्रांस की पूरी फुटबॉल टीम सस्पेंड
२४ जुलाई २०१०पिछले वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंचने वाली फ्रांस की टीम इस बार के वर्ल्ड कप में पहले दौर में ही बाहर हो गई. इस दौरान कुछ खिलाड़ियों ने कोच के खिलाफ विद्रोह भी कर दिया था, जिसका खामियाजा टीम को हार के साथ चुकाना पड़ा. बाद में कोच रेमंड डोमेनेख की जगह ब्लांक को नियुक्त कर दिया गया. हालांकि डोमेनेख ने इस्तीफा नहीं दिया है.
नए कोच लारेंट ब्लांक की मौजूदगी में शुक्रवार को फ्रांस फुटबॉल फेडरेशन की बैठक में फैसला किया गया कि वर्ल्ड कप खेलने वाले खिलाड़ियों को सस्पेंड कर दिया जाए. वर्ल्ड कप के दौरान कोच डोमेनेख और स्ट्राइकर निकोलस अनेल्का में विवाद हो गया. इसके बाद अनेल्का को बीच टूर्नामेंट से निकाल दिया गया और कुछ खिलाड़ियों ने उनके समर्थन में ट्रेनिंग सेशन का बहिष्कार कर दिया.
वर्ल्ड कप से विदाई के बाद फ्रांस में 2 जुलाई को नया कोच नियुक्त कर दिया गया. खिलाड़ियों को सस्पेंड करने के बाद नए खिलाड़ियों के नाम का एलान 5 अगस्त को किया जाएगा. इसके छह दिन बाद ओस्लो में फ्रांस को नॉर्वे की टीम से भिड़ना है.
फुटबॉल फेडरेशन की बैठक में स्टार खिलाड़ियों फ्रांक रिबेरी और करीम बेनजेमा के भविष्य पर भी चर्चा हुई. दोनों खिलाड़ियों पर इल्जाम है कि उन्होंने नाबालिग सेक्स वर्करों के साथ सेक्स किया. उनके खिलाफ न्यायिक मामला चल रहा है.
वर्ल्ड कप के बाद फेडरेशन के प्रेसीडेंट यान पियरे एसकेलेट्स ने भी इस्तीफा दे दिया, जिनकी जगह फर्नांड डुचोसी को नया प्रेसीडेंट बनाया गया है. उन्होंने कहा, "निजी तौर पर मेरा मानना है कि राष्ट्रीय टीम से खेलने वालों के चरित्र पर कोई दाग नहीं होना चाहिए. लेकिन मैं इस मामले को कोच लारेंट ब्लांक से बात करूंगा."
फेडरेशन का कहना है कि नए कोच ने सभी 23 खिलाड़ियों को सस्पेंड करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सबने मान लिया. नॉर्वे के राष्ट्रीय कोच एगिल ओलसेन का कहना है कि उन्हें नए खिलाड़ियों वाले फ्रांसीसी टीम से खेलने में कोई परहेज नहीं है.
फ्रांस के राष्ट्रीय कप्तान थिएरी ऑनरी पहले ही अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले चुके हैं. वर्ल्ड कप से पहले ऑनरी की उस वक्त अच्छी खासी फजीहत हुई थी, जब उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप क्वालीफायर में हाथ से गेंद पकड़ कर गोल कराया था.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः वी कुमार