फ्लॉप फिल्मों के बाद बॉलिवुड को अब हिट का इंतजार
३० जून २०१०इस साल अब तक आई फिल्मों ने रिलीज से पहले जितना प्रचार किया, फिल्म देखने के बाद जनता की निराशा भी उतनी ही ज्यादा हुई है. इस साल 'वीर', 'रावण' और 'काइट्स' जैसी फिल्मों का दर्शकों ने बेसब्री से इंतजार किया, लेकिन फिल्म दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में पूरी तरह नाकाम रहीं. पिछले छह महीनों में कुल 125 फिल्में रिलीज हुई हैं. केवल प्रकाश झा की 'राजनीति' को ही सही मायने में ब्लॉकबस्टर कहा जा सकता है.
फिल्मों के कारोबार पर नजर रखने वाले प्रमोद मेहरा का कहना है कि 'राजनीति' रणबीर कपूर और कटरीना कैफ की वजह से सफल हुई. वो कहते हैं, "कई लोगों ने रणबीर की प्रतिभा को गलत आंका था. बॉक्स ऑफिस में युवाओं का बहुत बड़ा हाथ है. अगर यह दोनों कलाकार फिल्म में नहीं होते, तो लोग एक राजनीतिक फिल्म देखने न जाते. इसके एलावा फिल्म में अच्छे अभिनेता थे और इसे अच्छी तरह पेश किया गया."
मेहरा के मुताबिक काइट्स और रावण को 100 करोड़ रुपयों से ज्यादा का घाटा हुआ है. 'हाउसफुल' और 'लव, सेक्स एंड धोखा' जैसी फिल्मों से भी निवेशक केवल अपने पैसे ही वसूल कर पाए हैं, इनमें फायदा नहीं हुआ है. 'माई नेम इज खान', 'अतिथि तुम कब जाओगे' और 'इश्किया' को लोगों ने पसंद किया लेकिन घाटा इनमें भी हुआ है. इन फिल्मों से फिल्म बेचने वालों को 200 करोड़ रुपयों का घाटा हुआ है.
हालांकि शाहरुख खान की 'माई नेम इज खान' को प्रचार से काफी फायदा हुआ. आईपीएल में पाकिस्तानी क्रिकेटरों को न शामिल करने की बात को लेकर शाहरुख ने अफसोस जताया. इसके बाद शिव सेना द्वारा फिल्म के बैन होने से फिल्म के बारे में लोग उत्सुक हुए. एक वेबसाइट के मुताबिक 'माई नेम इज खान' ने विदेश में एक करोड़ 90 लाख डॉलर कमाए हैं.
विश्लेषक आदर्श का मानना है कि दर्शक आजकल फिल्मों की कहानी पर ध्यान दे रहे हैं. 'रावण' में इसलिए दिलचस्पी जगी क्योंकि अभिषेक बच्चन और मणिरत्नम इसमें साथ आए. ऐश्वर्या राय और तमिल अभिनेता विक्रम के होने से भी बहुत फायदा हुआ. लेकिन दर्शकों को फिल्म पसंद नहीं आई और अखबारों में फिल्म की आलोचना के बाद तो लोग इसे देखने से साफ मुकर गए.
आने वाले वक्त में 'आई हेट लव स्टोरीज', 'वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई' और 'खट्टा मीठा' से लोगों की उम्मीदें जगी हैं. अनिल कपूर की फिल्म 'आएशा' में भी लोगों को दिलचस्पी है क्योंकि इसमें अभय देओल और सोनम कपूर साथ आ रहे हैं. इसके अलावा अक्षय कुमार 'तीसमार खां', 'पटियाला हाउस', 'खट्टा मीठा' और 'एक्शन रिप्ले' में दिखाई देंगे. 'हाउसफुल' की सफलता के बाद अब फिल्म उद्योग उम्मीद लगाए बैठा है कि शायद अक्षय कुमार का जादू ही फिल्म इंडस्ट्री को मंदी से बाहर निकाले.
रिपोर्टः पीटीआई/ एम गोपालकृष्णन
संपादनः एन रंजन