बट और आमेर को फिक्सिंग का दाग मिटने की उम्मीद
२९ अक्टूबर २०१०अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) दोनों खिलाड़ियों की अपील पर अगले दो दिनों में सुनवाई करेगी. शुक्रवार को दुबई रवाना होने से पहले बट ने कहा कि वह निर्दोष हैं और उम्मीद जताई कि अगले दो दिनों में चीजें साफ हो जाएंगी. वहीं आमेर ने भी खुद पर लगा स्पॉट फिक्सिंग का दाग हट जाने और टीम में जगह पाने की उम्मीद जताई.
सितंबर में एक ब्रिटिश अखबार के स्टिंग ऑपरेशन में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगने के बाद आईसीसी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था. इस मामले सस्पेंड होने वाले तीसरे पाकिस्तानी क्रिकेट मोहम्मद आसिफ अपनी अपील वापस ले चुके हैं.
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बट का कहना है, "मुझे विश्वास है कि मेरे ऊपर लगे आरोप गलत साबित होंगे. मैं इनसे काफी परेशान रहा हूं क्योंकि इन आरोपों की वजह से न सिर्फ मेरी बदनामी हुई है, बल्कि मेरे पूरे करियर को खतरा पैदा हो गया है. आपकी जिंदगी में ऐसी चीजें आती हैं और आपको हिम्मत से उनका सामना करना पड़ता है."
बट ने स्टिंग ऑपरेशन में सट्टेबाज के तौर पर दिखाए गए मजहर मजीद नाम के व्यक्ति से अपने संबंधों का बचाव किया. उनके मुताबिक वह उन्हें विज्ञापन या प्रचार का काम दिलवाना चाहता था. वह कहते हैं, "वह मेरा एजेंट नहीं था. मेरे वहां पहुंचने से पहले से ही वह वहां था. यह पीसीबी की आचार संहिता का हिस्सा नहीं है कि आपको खिलाड़ियों के लिए एजेंट का काम करने वालों के बारे में भी बताना होगा."
बट ने कहा कि उन्होंने ब्रिटिश अखबार के स्टिंग ऑपरेशन का पूरा वीडियो नहीं देखा है जिनमें नो बोल की डील पर बात करते हुए मजीद को नोटों की गड्डियां गिनते दिखाया गया है. वह कहते हैं, "मैं न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के बारे में कुछ भी नहीं कहना चाहता हूं. हर कोई जानता है कि यह किस तरह का अखबार है. सबको पता है कि दुनिया में उसकी छवि किस तरह की है."
बट ने इस टेबलॉयड अखबार के वीडियो की विश्वसनीयता पर भी संदेह जाहिर किया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एन रंजन