बड़े हादसों के शिकार बड़े मालवाहक जहाज
गहरे समंदर में हजारों किलोमीटर की यात्रा करने के बाद जब मालवाहक जहाज बंदरगाह का रुख करते हैं, तो जोखिम बहुत बढ़ जाता है. ज्यादातर हादसे इसी दौरान होते हैं. एक नजर हाल में हुए कुछ बड़े हादसों पर.
एवर गिवन
चीन के यानतियान से नीदरलैंड के रॉटरडम जा रहा यह विशालकाय जहाज तूफान की वजह से टकरा गया और करीब एक हफ्ते तक स्वेज नहर में फंसा रहा.
डूब गया चित्रा
अगस्त 2010 में मुंबई के तट के पास एमएससी चित्रा की टक्कर एक और जहाज से हुई. टक्कर के बाद 300 कार्गो कंटेनर समंदर में समा गए. टक्कर के कई महीनों बाद चित्रा भी अंतरराष्ट्रीय जलसीमा में डूब गया.
फंस गया जहाज
सीएससीएल इंडियन ओशन दुनिया के सबसे बड़े मालवाहक जहाजों में शामिल है. यह जहाज एक बार में 20,000 कंटेनर ट्रांसपोर्ट कर सकता है. लेकिन 2016 में जर्मनी शहर हैम्बर्ग में ये जहाज मुश्किल में पड़ गया. भारी भरकम जहाज नदी के तल को छू गया. कई दिनों की मशक्कत के बाद जहाज को वापस समंदर में पहुंचाया गया.
पानी में मौजूद खतरा
अक्टूबर 2011 में मालवाहक जहाज राइना न्यूजीलैंड के तट के पास हादसे का शिकार हुआ. जहाज का तल समंदर में मौजूद चट्टानों से टकराया. टक्कर इतनी भीषण थी कि जहाज दो हिस्सों में टूट गया. जहाज का पिछला हिस्सा चट्टानों में फंसा रह गया और अगला हिस्सा कंटेनरों के साथ डूब गया.
कचरे से भरे बीच
2007 में कार्गो शिप नैपल्स के कई कंटनेर समुद्र में गिर गए. कंटनेरों में भरा समान बहते हुए दक्षिणी इंग्लैंड के तटों तक पहुंचा. ज्यादातर बीच पूरी तरह कचरे से भर गए. बीचों को साफ करने में काफी वक्त लगा.
टला बड़ा हादसा
यह तस्वीर 1999 की है. फ्रांस और यूके के बीच मौजूद इंग्लिश चैनल में क्रूज शिप की टक्कर एक मालवाहक जहाज से हो गई. टक्कर में क्रूज का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ, वहीं कार्गो शिप में आग लग गई. लेकिन बड़ा हादसा टल गया. 24 लोगों को मामूली चोटें आईं.
राइन की चुनौती
परिवहन के लिहाज से दुनिया की सबसे व्यस्त नदी राइन में भी कई जहाज हादसों का शिकार हुए हैं. 2007 में राइन पर मुड़ने के दौरान एक कार्गो शिप बहुत ज्यादा झुक गया. जहाज से 31 कंटेनर फिसल गए और बहते पानी से साथ दूर दूर तक फैल गए. हादसे के बाद कई दिनों तक राइन में ट्रांसपोर्ट बंद रहा.
कैसा कैसा सामान
2014 में उत्तरी सागर में एक जहाज से कुछ कंटनेर गिरे. उन कंटेनरों में स्पोर्ट्स शूज भी थे. जूते बहते बहते जर्मनी के उत्तरी तट तक पहुंच गए.