बांग्लादेश लड़ा पर भारत की झन्नाटेदार जीत
१९ फ़रवरी २०११पहला वनडे तो वीरेंद्र सहवाग के नाम रहा जिन्होंने 175 रन की विशाल पारी खेली. सहवाग ने सिर्फ 140 गेंदों पर पांच छक्कों और 14 चौकों की मदद से बेहतरीन स्कोर बनाया. उनके साथी विराट कोहली ने भी अपना शतक पूरा किया. जिसकी बदौलत भारत ने 370 रन का पहाड़ खड़ा कर दिया.
बांग्लादेश के सामने जीत के लिए 371 रन का विशाल लक्ष्य था. आमतौर पर इतने बड़े लक्ष्य के सामने बड़ी से बड़ी टीमें भी टूट कर बिखर जाती हैं. लेकिन टॉस जीतकर दूसरे नंबर पर बैटिंग कर रहे बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने धैर्य नहीं खोया. वे डटे रहे और लगातार रन बनाते रहे. इसका संकेत तमीम इकबाल और इमरुल काएस ने बढ़िया शुरुआत करके ही दे दिए.
मजबूत नींव अच्छी इमारत
ओपनिंग जोड़ी ने सात ओवरों में 56 रन बनाए. सबसे पहले काएस आउट हुए. उन्होंने 29 गेंदों पर 34 रन बनाए जिनमें सात चौके हैं. उनके बाद आए जुनैद सिद्दीकी ने उनकी छोड़ी जिम्मेदारी को वहीं से संभाल लिया और रनों की रफ्तार में कमी नहीं आने दी. 129 के कुल स्कोर पर सिद्दीकी जब आउट हुए तो 37 रन बना चुके थे. दूसरे सिरे पर तमीम इकबाल रन जोड़े जा रहे थे.
चौथे नंबर पर उतरे शाकिब उल हसन ने भी अर्धशतक पूरा किया. लेकिन उससे पहले इकबाल आउट हो गए. उन्होंने 70 रनों का पारी खेली. हसन और मुशफिकुर रहीम ने स्कोर को 200 के पार पहुंचाया. 40वें ओवर में हसन और 43वें ओवर में रहीम का विकेट गिरा. लेकिन तब तक स्कोर 248 हो गया था और बांग्लादेश एक लड़ाकू का सम्मान हासिल कर चुका था.
इसके बाद भारतीय गेंदबाजों के पास लेने के लिए पांच पुछल्लों के विकेट बचे थे. लेकिन बांग्लादेशी टीम के लिए यह छोटी कामयाबी नहीं है कि टीम ऑल आउट नहीं हुई और पूरे 50 ओवर खेल गई. टीम का अंतिम स्कोर 283 रन रहा.
अच्छी नहीं गेंदबाजी
भारत के लिए गेंदबाजी बहुत अच्छी नहीं रही. विशाल स्कोर के दबाव को वे भुना नहीं पाए और जल्दी विकेट नहीं ले पाए और बांग्लादेश जैसी सामान्य मानी जाने वाली टीम को भी ऑल आउट नहीं कर पाए. सबसे ज्यादा चार विकेट मुनाफ पटेल को मिले. जहीर खान ने दो खिलाड़ी आउट किए. हरभजन सिंह और यूसुफ पठान को एक एक विकेट मिला.
सहवाग की संहारक पारी
इससे पहले भारतीय बल्लेबाजों ने बांग्लादेशी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की. वीरेंद्र सहवाग ने तो बेरहमी से रन बनाए. उन्होंने पहली गेंद पर ही कवर ड्राइव लगाकर अपने इरादे जाहिर कर दिए थे. सहवाग ने 94 गेंदों में 100 रन पूरे किए. यह उनका बांग्लादेश के खिलाफ पहला और वर्ल्ड कप में दूसरा शतक है. लेकिन यह कोई सामान्य शतक नहीं है. एक वक्त तो लग रहा था कि सहवाग दोहरा शतक भी पार कर जाएंगे. और इसी चक्कर में वह आउट भी हुए क्योंकि जब पारी की 18 गेंदें बाकी थीं तब सहवाग को 25 रन और बनाने थे. तेजी से रन बनाने के चक्कर में वह बोल्ड हो गए.
सहवाग का भरपूर साथ दिया विराट कोहली ने. उन्होंने नाबाद शतक बनाया. 83 गेंदों पर दो छक्के और आठ चौके लगाकर कोहली ने वर्ल्ड कप की बेहतरीन शुरुआत की.
आखिरी गेंद पर यूसुफ पठान के आउट हो जाने के चलते भारत का कुल स्कोर चार विकेट पर 370 रन रहा. भारत को पहला झटका सचिन तेंदुलकर के रूप में लगा जो 28 के निजी स्कोर पर रन आउट हो गए. उसके बाद गौतम गंभीर सहवाग का साथ देने आए लेकिन वह भी लंबी पारी नहीं खेल पाए. उन्होंने 39 गेंदों पर 39 रन बनाए. उन्हें महमदुल्लाह ने बोल्ड कर दिया. 47वें ओवर में सहवाग आउट हुए और मैच की आखिरी गेंद पर यूसुफ पठान का विकेट गिरा. पठान ने 10 गेंदों पर आठ रन बनाए.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा