बाज़ार को एप्पल टैबलेट का इंतज़ार
२६ जनवरी २०१०एप्पल ने पिछली तिमाही में अपनी बिक्री में एक साल पहले के मुक़ाबले साढ़े तीन अरब डॉलर की बढ़ोत्तरी की घोषणा की है. यह स्टीव जॉब्स का जादू है. एप्पल कंप्यूटर के कर्ता धर्ता का. आम बिज़नेसमैन से अलग टी शर्ट और जीन्स पहने जॉब्स का अलग अंदाज़ है एप्पल प्रोडक्ट लाउंच करने का. ज़रा याद कीजिए तीन साल पहले जब उन्होंने इसी तरह आईफ़ोन लाउंच किया था.
एप्पल टैबलेट की शक्ल अभी दुनिया ने नहीं देखी है. लेकिन समझा जाता है कि यह 10 इंच का कंप्यूटर होगा, जिसमें इंटरनेट चल सकता होगा. फ़िल्में देखी जा सकती होंगी, म्यूज़िक होगा और शायद टेलीविज़न भी. इलेक्ट्रॉनिक बुक यानी ई-बुक और अख़बार भी. यानी कई उपकरणों को एक में समेटे स्मार्ट लैप टॉप. निश्चित तौर पर यह एप्पल के दूसरे गैजेट से कॉम्पैटेबल होगा यानी आई फ़ोन या आई पॉड रखने वाले लोगों के लिए फ़ायदे का सौदा. वैसे भी एप्पल एक साथ कई गैजेटों को जोड़ने में माहिर है. जैसे आई फ़ोन.
एप्पल टैबलेट में एप्पल के ऑनलाइन स्टोर से एक लाख अप्लीकेशन डाउनलोड हो सकेंगे. सवाल यह है कि एप्पल टैबलेट लोगों को ऐसा क्या देगा, जो दूसरे कंप्यूटर नहीं दे रहे हैं. दूसरी समस्या है साइज़ की. यह निश्चित तौर पर मोबाइल से बड़ा लेकिन पीसी से छोटा होगा. इसलिए इसे अपना मार्केट तैयार करना होगा. सबसे बड़ा सवाल क़ीमत का. क़ीमत कितनी होगी. अभी तक की रिपोर्टों के मुताबिक़ लगभग 700 डॉलर यानी 35,000 रुपये. क्या आम कंप्यूटर यूज़र इस ख़र्च के लिए तैयार होंगे. बस ज़रा कुछ घंटे इंतज़ार कीजिए. स्टीव जॉब्स के पास जवाब ज़रूर होगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः महेश झा