बायर्न की जीत, सभी जर्मन टीमें जीतीं
२० सितम्बर २०१२बुधवार को अपने ही स्टेडियम में खेले गए मैच में बायर्न म्यूनिख की टीम ने अच्छा खेल दिखाया. लेकिन आखिरी मिनटों में एक गोल खाने और एक पेनल्टी मिस करने के बाद उसकी जीत थोड़ी फीकी हो गई. आखिर में नतीजा 2-1 रहा.
बायर्न की टीम के लिए इसी स्टेडियम पर यह लगातार दूसरा मुकाबला था. इससे पहले पिछले सीजन के फाइनल में वह इंग्लैंड की चेल्सी से भिड़ी थी, लेकिन नाकामी हाथ लगी. कोच युप हेनकेस ने स्पेनी टीम पर जीत दर्ज करने के बाद संतोष जाहिर किया लेकिन यह भी कहा कि वैलेंसिया की औसत समझी जाने वाली टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.
हेनकेस ने कहा, "अभी और बेहतरी की जरूरत है." बायर्न की टीम ने लगातार हमले किए और पूरे मैच में विरोधी टीम को दबा कर रखने की कोशिश की लेकिन गोल करने के मौकों को भुना नहीं पाई. हालांकि पहले हाफ में डिफेंडर बास्टियान श्वानश्टाइगर ने गोल करके म्यूनिख की टीम को बढ़त जरूर दिला दी लेकिन इसके बाद उसके खिलाड़ी इस बढ़त को बचाए रखने में असहाय महसूस कर रहे थे.
अलबत्ता दूसरे हाफ में जर्मनी के युवा फुटबॉलर टोनी क्रोज ने बेहतरीन शॉट लगा कर एक फील्ड गोल किया. इस शॉट के आगे वैंलेंसिया का गोलकीपर भी बेबस सा दिखा. नेलसन वाल्डेज ने आखिरी लम्हों में वैलेंसिया के लिए गोल करके रोमांच पैदा कर दिया. लेकिन दो गोल से पिछड़ रही टीम एक ही गोल उतार पाई. अगर यह गोल कुछ देर पहले हुआ होता, तो मुकाबला बेहद दिलचस्प हो सकता था.
वैलेंसिया की टीम अपने ही हाफ में गेंद के साथ जूझती दिख रही थी और इस वजह से गोल करने के कई मौके बन रहे थे. लेकिन दूसरी टीम इसका फायदा नहीं उठा पाई. खेल के अतिरिक्त समय में बायर्न के आर्यन रोबेन को वैंलेंसिया के खिलाड़ियों ने अपने डी में गलत तरीके से रोका, जिसके बाद पेनल्टी शूट का फैसला हुआ. लेकिन मारियो मांडजुकिच ने गलत और कमजोर शॉट लगा दिया, जो सीधे गोलकीपर के पास चला गया.
हेनकेस ने कहा, "खेल के आखिरी क्षण असंतोषजनक थे. अगर आप 2-0 से आगे चल रहे हैं तो आप को अपनी रक्षा पंक्ति को इस तरह तितर बितर नहीं करना चाहिए. इसके अलावा पेनल्टी को मिस करना भी बेहद दुखद था."
पिछले सीजन में चैंपियंस लीग में सबसे ज्यादा गोल करने वाले मारियो गोमेज ने टीम में वापसी कर ली है. उनके अलावा फ्रांस के फ्रांक रिबेरी और नीदरलैंड्स के आर्यन रोबेन भी टीम का हिस्सा बन चुके हैं. ये खिलाड़ी मामूली रूप से चोटिल थे. पहले मैच में जीत के बाद अब टीम आने वाले मैचों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है.
इससे पहले जर्मनी की बाकी दो टीमों एफसी शाल्के 04 और बोरोसिया डॉर्टमुंड ने भी चैंपियंस लीग में अपने मुकाबले जीत लिए हैं. डॉर्टमुंड लगातार दो साल से जर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा जीतती आ रही है. वह इस वक्त भी चैंपियन है. वैसे जर्मनी की सबसे सफल टीम बायर्न म्यूनिख को माना जाता है, जिसने पिछले साल चैंपियंस लीग के फाइनल में जगह बनाई थी.
चैंपियंस टीम के मुकाबले आठ ग्रुपों में बंटे हैं और हर ग्रुप में चार चार टीमें हैं. इस तरह 32 टीमें अगले साल इंग्लैंड के वेम्बली स्टेडियम में होने वाले फाइनल के लिए मुकाबला कर रही हैं. जर्मनी की तीनों टीमों को अलग अलग ग्रुप में रखा गया है.
एजेए/एनआर (रॉयटर्स, एएफपी)