बार बार सुरक्षा पर सवाल
३ मार्च २००९पाकिस्तान में क्रिकेटरों की सुरक्षा को लेकर बाक़ायदा सवाल उठाए जाते रहे हैं. श्रीलंकाई क्रिकेटरों की बस पर हुए हमले के बाद सुरक्षा से जुड़े सवाल और गहरे हो जाते हैं. पहले भी कई बार पाकिस्तान में क्रिकेटरों की सुरक्षा ख़तरे में पड़ी है. डालते हैं एक नज़रः
मई 2002: कराची में उस होटल के बाहर बम विस्फोट हुआ, जहां न्यूज़ीलैंड की टीम ठहरी हुई थी. 11 फ्रांसीसी नौसैनिक विशेषज्ञों सहित 13 लोगों की मौत हो गई. न्यूज़ीलैंड ने घंटे दो घंटे में अपना दौरा ख़त्म कर दिया.
अक्तूबर 2002: ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान का दौरा करने से इनकार कर दिया. इसके बाद दोनों टीमों के बीच तीसरे देश में मैच खेला गया.
मार्च 2008: पाकिस्तान में लगातार आत्मघाती हमलों के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान का दौरा रद्द कर दिया.
जुलाई 2008: न्यूज़ीलैंड ने पाकिस्तान का वनडे दौरा रद्द कर दिया. ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ियों को पाकिस्तान नहीं जाने की सलाह. इसके बाद पाकिस्तान में चैंपियन्स ट्रॉफ़ी खेले जाने पर सवाल उठने लगे.
अगस्त 2008: चैंपियन्स ट्रॉफ़ी में खेलने वाली आठ में से पांच टीमों ने कहा कि वह अपने खिलाड़ियों को पाकिस्तान नहीं भेजेंगे. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने चैंपियन्स ट्रॉफ़ी को अगले साल तक के लिए स्थगित कर दिया.
सितंबर 2008: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया पर आरोप लगाया कि वह सुरक्षा कारणों पर दोहरा मापदंड अपना रहा है. ऑस्ट्रेलिया ने भारत में कुछ जगहों पर हुए धमाकों के बाद पहले कहा कि वह भारत का दौरा नहीं करेगी, पर बाद में उसकी टीम आई.
नवंबर 2008: मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने माना कि इसका दोनों देशों के क्रिकेट रिश्तों पर ख़ासा बुरा असर पड़ेगा.
दिसंबर 2008: भारत ने मुंबई हमलों में पाकिस्तान का हाथ होने के आरोप के साथ ही पाकिस्तान का क्रिकेट दौरा रद्द कर दिया. इसकी जगह पर ही श्रीलंकाई टीम पाकिस्तान पहुंची.
जनवरी 2009: श्रीलंका क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा स्वीकार कर लिया. कप्तान महेला जयवर्धने ने खिलाड़ियों से अपील की कि वे क्रिकेट पर ध्यान दें और सुरक्षा की चिंता न करें.
फ़रवरी 2009: क्रिकेट खेलने वाले कई देशों के एतराज़ के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने तय किया कि चैंपियन्स ट्रॉफ़ी पाकिस्तान में नहीं खेली जाएगी. नए देश का एलान होना अभी बाक़ी है.
आईसीसी के सीईओ हारून लोगार्ट ने भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश से अपील की है कि वे इस बात के लिए तैयार रहें कि अगर सुरक्षा कारणों से 2011 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान में मैच न हो सके तो दूसरी जगह का इंतज़ाम करें. भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश को संयुक्त रूप से 2011 का वर्ल्ड कप आयोजित करना है.